नाबालिग रेपिस्ट की रिहाई का अमल मुकम्मल

निर्भया केस के नाबालिग मुल्ज़िम की रिहाई का अमल पूरा कर लिया गया है। उसकी रिहाई का फॉर्म तैयार हो गया है। फॉर्म पर दस्तख्त के बाद आज उसकी रिहाई हो जाएगी। उसे ऑब्जर्वेशन होम में रखा जाएगा और उसकी शनाख्त खुफिया रहेगी

निर्भया केस के नाबालिग मुल्ज़िम की रिहाई के खिलाफ निर्भया के मां-बाप इंडिया गेट पर मुज़ाहिरा करने जा रहे थे लेकिन पुलिस ने इंडिया गेट पर ऐसे किसी भी मुज़ाहिरे की इज़ाज़त देने से इनकार कर दिया. पुलिस ने निर्भया के मां-बाप को जंतर मंतर पर मुज़ाहिरा करने की इज़ाज़त दी है.

दिल्‍ली गैंगरेप केस में मुजरिम की रिहाई रोकने के लिए दिल्‍ली वुमेंस कमीशन की खुसूसी दरखास्त को सुप्रीम कोर्ट ने कुबूल कर लिया है. रात करीब 1 बजे दिल्ली वुमेंस कमीशन की सदर स्वाती मालीवाल ने हिंदुस्तान के चीफ जस्टीस का दरवाजा खटखटाया. चीफ जस्टिस तीरथ सिंह ठाकुर ने मामले को जस्टिस ए के गोयल और जस्टिस यू यू ललित की एक बेंच के पास भेज दिया.

जिस पर सुनवाई करते हुए बेंच ने रात दो बजे फैसला किया कि इस दरखास्त पर पीर के रोज़ सुनवाई होगी. लेकिन बेंच ने नाबालिग मुजरिम की रिहाई पर रोक नहीं लगाई है। हालांकि कमीशन की सदर स्वाति मालीवाल और कमीशन के वकीलों ने मांग थी कि मामले की सुनवाई रात में ही हो जाए. लेकिन बेंच ने उनकी इस दलील को खारिज कर दिया.

फैसले के बाद स्वाती मालिवाल ने बताया कि मामले का आइटम नंबर-3 पर पीर के रोज़ सुनवाई होगी. उन्होंने गेंद हुकूमत और जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के पाले में डालते हुए कहा कि अब मामला सुप्रीमकोर्ट में हैं इसलिए उम्मीद है कि अब उस मुजरिम को छोड़ा नहीं जाएगा।

इससे पहले दिल्‍ली गैंगरेप के इल्ज़ाम में तीन साल की सजा भुगतने के बाद इतवार के रोज़ रिहा हो रहे नाबालिग को कुछ दिन के लिए किसी नामालूम मुकाम पर शिफ्ट कर दिया गया.

ज़राये का कहना है कि ‘निर्भया’ के मुजरिम को आज रिहा किया जाना है. नाबालिग पर खतरे के डर को देखते हुए उसकी सेक्युरिटी के लिए उसे किसी महफूज़ मुकाम पर शिफ्ट कर दिया है।

जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड की एक कमेटी नाबालिग मुजरिम के बहाली का काम देखेगी. दरअसल, नाबालिग मुजरिम ने जुवेनाइल बोर्ड को अपनी जान का खतरा बताया था.

दिल्ली पुलिस ‘निर्भया’ के मां-बाप को हफ्ते के रोज़ शाम को मोरिस नगर थाने लेकर गई. पुलिस ने बताया कि ‘निर्भया’ के मां-बाप और उनके हामियों ने मुज़ाहिरा करते हुए रोड जाम कर दिया था, जिसके बाद उन्हें जबरन वहां से हटाना पड़ा. बाद में ‘निर्भया’ के वालिदैन को पुलिस ने छोड़ दिया.

16 दिसंबर 2012 को दिल्ली के वसंत विहार इलाके में चलती बस में मेडिकल की एक तालिब ए इल्म से हुई इज्तिमायी इस्मतरेज़ी ( गैंगरेप) की वाकिया ने पूरे मुल्क को हिलाकर रख दिया था. उस वारदात में नाज़ुक तौर पर ज़ख्मी हुई लड़की की इलाज के दौरान मौत हो गई थी।