नए सदर जम्हूरीया मुहम्मद हामिद अंसारी नए सदर अफ़्ग़ानिस्तान अशरफ़ ग़नी की आइन्दा हफ़्ते तक़रीब हलफ़ बर्दारी में हिन्दुस्तान की नुमाइंदगी करेंगे । 2001 में तालिबान के इक़तिदार से बेदख़ल कर दिए जाने के बाद गड़बड़ ज़दा मुल्क में ये पुरअमन इंतेक़ाल इक़तिदार का पहला मौक़ा होगा।
इंतेख़ाबी नताइज के ऐलान के बाद कामयाब उम्मीदवार के सिलसिले में हरीफ़ उम्मीदवार अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह से अशरफ़ ग़नी का तनाज़ा पैदा होगया था लेकिन दोनों में इक़तिदार में शराकतदारी मामले के बाद ये तात्तुल ख़त्म होगया। नायब सदर हामिद अंसारी नए सदर अफ़्ग़ानिस्तान की तक़रीब हलफ़ बर्दारी में शिरकत करेंगे।
इस से ज़ाहिर होता है कि अफ़्ग़ानिस्तान से हिन्दुस्तान की दिलचस्पी कितनी अहम है और इस के कितने मुफ़ादात इस मुल्क से वाबस्ता हैं। हिन्दुस्तान ताहाल दो अरब अमरीकी डालर की सरमाया कारी अफ़्ग़ानिस्तान की तामीर जदीद में करचुका है। अफ़्ग़ान फ़ौज को तर्बीयत भी दे चुका है जो नाटो अफ़्वाज के जारीया साल के अवाख़िर में मुल्क से तख़लिया के बाद ज़िम्मेदारीयां सँभालेगी।
वज़ीर-ए-ख़ारजा सुषमा स्वराज 10 सितंबर को अफ़्ग़ानिस्तान का दौरा करचुकी है और उन्होंने अफ़्ग़ानिस्तान को हर मुम्किन मदद का तैक़ून दिया है। सबकदोश होने वाले सदर हामिद करज़ई से भी सुषमा स्वराज ने बातचीत की थी। अफ़्ग़ानिस्तान हिन्दुस्तान पर दबाव डालता रहा है कि वो मुल्क की सयानत के इस्तिहकाम केलिए फ़ौजी हार्डवेयर सरबराह करें।