नारायणपेट में 01 नवंबर के मौके पर तेलंगाना पोलीटिक्ल जय ए सी की अपील पर टी आर एस की तरफ से 58 वीं यौम तासीस को यौम दग़ा बाज़ी के तौर पर मनाया गया।
विट्ठल राव आर्या , टी आर एस क़ाइद की क़ियादत में एक रियाली का एहतेमाम किया गया , जो मर्कज़ी चौराहा से बरामद हो कर मुख़्तलिफ़ शाहराहों से होती हुई क़दीम बस सटानड चौराहा पर जल्सा-ए-आम में तबदील होगईं।
रियाली में शरीक अफ़राद अपने हाथों में स्याह झंडियां थामे हुए थे और जय तेलंगाना और तेलंगाना ज़िंदाबाद के नारे लगा रहे थे। क़दीम चौराहा पर मुनाक़िदा जल्सा-ए-आम से ख़िताब करते हुए विट्ठल राव आर्या ने कहा कि आंध्र प्रदेश में इंज़िमाम के बाद से ही हर शोबे में तेलंगाना के साथ नाइंसाफ़ीयों का सिलसिला जारी रहा , चुनांचे 01 नवंबर यौम तासीस आंध्र प्रदेश नहीं बल्कि यौम दग़ा बाज़ी है जो 58 साल पहले तेलंगाना वालों के साथ की गई है।
विट्ठल राव आर्या ने कहा कि पोलीटिक्ल जय ए सी ने तेलंगाना भर में योम-ए-स्याह-ओ-यौम दग़ाबाज़ी मनाने का फ़ैसला किया है। इस मौके पर नारायणपेट के मशहूर और मसरूफ़ चौराहों पर स्याह पर्चम लहराए गए।
इस रियाली-ओ-जल्सा-ए-आम में टी आर एस क़ाइद नारावना , राम रेड्डी , आशी रेड्डी , हाजी , मुहम्मद इसहाक़ ताज , सतीश कुमार और दुसरे क़ाइदीन ने शिरकत की और ख़िताब क्या।