नारायना जूनीयर रेजिडेंशियल कॉलेज मदीनागुड़ा में रियाज़ी के एक लेक्चरर की तरफ से एक तालिब-ए-इल्म मुहम्मद साद पाशाह को दी गई सज़ा और जिस्मानी अज़ीयत के वाक़िये के बारे में सोशल मीडीया और बाज़ अख़बारात में शाय शूदा ख़बर का रियासती अक़लियती कमीशन ने अज़ ख़ुद नोट लिया है।
रियासती अक़लियती कमीशन के चैरमैन आबिद रसूल ख़ान के दफ़्तर से जारी आलामीया में कहा गया हैके ख़बरों के मुताबिक़ रमज़ान के दौरान नमाज़ की अदायगी के लिए क्लास से जाने की इजाज़त पर ये सज़ा दी गई थी। कमीशन ने इस वाक़िये का संगीन नोट लिया है और इस ज़िमन में एक मुक़द्दमा 56/2015 दर्ज किया है।