नार्वे सिफ़ारतख़ाना के रूबरू धरना

दो हिंदूस्तानी बच्चों के वालदैन के अरकान ख़ानदान ने आज चार रोज़ एहतिजाज शुरू करते हुए हुकूमत नार्वे से उन बच्चों को फ़िलफ़ौर हिंदूस्तान रवाना करने का मुतालिबा किया। ये बच्चे फ़िलहाल नार्वे हुकूमत की जानिब से यतीमख़ाना में रखे गए हैं।

इन दोनों बच्चों अभिग्यान और ऐश्वर्या (Abhigyan & Aishwarya) के दादा दादी और दीगर अरकान ख़ानदान ने लोक सभा में क़ाइद अपोज़ीशन सुषमा स्वराज, सी पी आई (एम) एम पी बृंदा करत और सी पी आई लीडर ए राजा के हमराह आज नार्वे सिफ़ारतख़ाना के बाहर धरना मुनज़्ज़म किया। इन क़ाइदीन ने अरकान ख़ानदान से यगानगत का इज़हार करते हुए कहा कि पार्लीमेंट के बजट सेशन में भी ये मसला उठाया जाएगा जो 12 मार्च से शुरू हो रहा है।

बच्चों के दादा मनातोश चक्रवर्ती ने कहा कि हम अपने बच्चे वापस चाहते हैं और यही हमारा मुतालिबा है। इनका वीज़ा 8 मार्च को ख़तम हो रहा है चुनांचे इससे पहले उन्हें मुल्क वापस भेज दिया जाना चाहीए। उन्होंने कहा कि नार्वे हुकूमत को इस मामला में किसी भी तरह की ताख़ीर नहीं करनी चाहीए। तक़रीबन 8 माह से बच्चों की तहवील के मसला पर तनाज़ा चल रहा है और गुज़श्ता माह तय पाए मुआहिदा के तहत इन दो बच्चों को उनके चचा अरूण भाष के हवाले किया जाएगा जो कि कलकत्ता में रहते हैं।

लेकिन नार्वे चाइल्ड केयर सर्विसेस ने गुज़श्ता हफ़्ता कहा कि बच्चों को चचा के हवाले करने के बारे में मार्च के अवाइल में कोई फ़ैसला किया जाएगा।