नाख़्वान्दा बालिग़ों की तालीम केलिए तलबा की ख़िदमात

पटना । 27 । सितंबर (पी टी आई) रियासत बिहार में नाख़्वान्दगी को जड़ से ख़तम करने केलिए यूं तो कई मोसिर इक़दामात किए जा रहे हैं लेकिन हुकूमत ने अब एक और अनोखी तरकीब के ज़रीया बिहार के नाख़्वान्दा बालिग़ों को बुनियादी तालीम देने के लिए नौवीं और दसवीं जमातों में ज़ेर-ए-तालीम तलबा की ख़िदमात हासिल की हैं। इस मुहिम को पाँच माह तक चलाई जाने वाली साक्षर भारत योजना का नाम दिया गया है जिस का आग़ाज़ 11 नवंबर 2011 से होगा। फ़रोग़ इंसानी वसाइल के प्रिंसिपल सैक्रेटरी एंजोय कुमार सिंह ने पी टी आई से बात करते हुए कहा कि मज़कूरा तजवीज़ के तहत नौवीं और दसवीं जमात में ज़ेर-ए-तालीम 10.50 लाख तलबा –को वालीनटरस बनाया जाएगा ताकि वो अपनी ज़िम्मेदारीयों को निभाते हुए अपने इलम को नाख़्वान्दा बालिग़ों के साथ बांटते हुए उन्हें (बालिग़ों) भी तालीम-याफ़ता होने में तआवुन करें। तलबा-ए-लिखने और पढ़ने से मुताल्लिक़ बुनियादी बातें नाख़्वान्दा अफ़राद को बताएंगे । प्रिंसिपल सैक्रेटरी के मुताबिक़ तलबा-ए-रज़ाकाराना तौर पर जो भी ज़िम्मेदारीयां निभाऐंगे इस का समर उन्हें सोश्यल साईंस के मज़मून में दस निशानात देकर अदा किया जाएगा। मैट्रिक के इमतिहान में नाख़्वान्दगी मुहिम में हिस्सा लेने वाले तमाम तलबा-ए-दस एज़ाज़ी निशानात के हक़दार होंगे । फ़रोग़ इंसानी वसाइल रियासत भर में इस मुहिम का आग़ाज़ करते हुए सरकारी हाई स्कूलस से तलबा-ए-की ख़िदमात हासिल करते हुए उन्हें तदरीस के बुनियादी नकात समझाते हुए ख़ुसूसी तर्बीयत देगी जिस के बाद वो इस मौक़िफ़ में होंगे कि अपने नाख़्वान्दा अब्ना-ए-वतन को ख़वांदा बना सकें। हर तालिब-ए-इल्म को कम-ओ-बेश 10 ता 12 नाख़्वान्दा अफ़राद को तालीम देने की ज़िम्मेदारी सौंपी जाएगी । मिस्टर सिंह के मुताबिक़ बिहार में साक्षर भारत योजना स्कीम पर अमल आवरी केलिए फ़रोग़ इंसानी वसाइल इंतिज़ामी इनफ़रास्ट्रक्चर का क़ियाम भी अमल में लाचुकी ही, जिस के ज़रीया डावर कट्टू रेट आफ़ एडल्ट एजूकेशन में 250 ट्रेनर्स , तर्बीयत हासिल कर रहे हैं। उन्हों ने कहा कि नौवीं और दसवीं के तलबा-की क़ाबिलीयत को कम नहीं समझना चाहीए । आज नौवीं और दसवीं में ज़ेर-ए-तालीम तलबा-ए-आठवीं जमात में तालीम हासिल करने वालों को भी इंतिहाई आसानी से पढ़ा सकते हैं ।