दहेज के पांच लाख रुपये जुटाने में दुल्हन के वालिद कादिर नहीं हुए, तो दहेज के लालची दुल्हेवालों ने दुल्हन से निकाह पढ़ाने के बाद भी डोली नहीं ले गये। देहज लालची दूल्हे के कारनामे से दुल्हन के हाथों में रचायी गयी मेहंदी भी शरमा गयी। यह वाकिया फुलवारीशरीफ के ईसापुर में वाके हुयी।
दुल्हन के अहले खाना ने इस मामले में फुलवारीशरीफ थाने में नामजद मामला दर्ज कराया है। पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है। जानकारी के मुताबिक नालंदा जिला के इस्लामपुर, मलह बिगहा गांव से गुलाम सरवर के बेटे ग्यास सरवर की बरात जुमेरात की रात फुलवारीशरीफ के इसोपुर मुहल्ले में पहुंची। इसोपुर के रहने वाले अहमद की बेटी अरशी खातून की शादी इस्लामपुर के रहने वाले गुलाम सरवर के बेटे ग्यास सरवर से तय हुई थी। धूमधाम से लड़कीवालों ने अपने हैसियत के मुताबिक बरात की खूब खातिरदारी की।
गाजे -बाजे के साथ दुल्हन के दरवाजे बरात लगी। शहनाई की धुन के दरमियान मौलाना साहब ने दुल्हन का दूल्हा से रस्मो- रिवाज के मुताबिक निकाह भी कराया। सुबह में दुल्हन की विदाई के वक्त लड़केवालों ने दहेज के पांच लाख रुपये की डिमांड कर दी और लड़कीवालों पर दवाब डालना शुरू किया। दूल्हा विदाई से पहले अपने लिए चरपहिया गाड़ी या पांच लाख रुपये की डिमांड पर अड़ गया। लड़कीवाले दूल्हे के साथ ही उसके वालिद और बरात में शामिल लोगों के आगे गिड़गिड़ाते रहे, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
नहीं माने लड़केवाले
मुक़ामी लोगों के दरमियान बचाव व काफी मान- मनोवल के बाद भी मामला नहीं सुलझा। इस दरमियान दोनों फरीक़ में मारपीट भी होने लगी। दुल्हन के वालिद रशीद अहमद ने कहा कि गिफ्ट के तौर पर 2.5 लाख रुपये, 30 हजार रुपये बरात के आने -जाने का खर्च, एक लाख रुपये फर्नीचर के, 51000 रुपये दूल्हे के कपड़े का भी दिया जा चुका है।
इत्तिला मिलते ही मुक़ामी थाने की पुलिस ने मौके पर पहुंच कर मामले को सलटाने की कोशिश किया, लेकिन दूल्हे के वालिद मानने को तैयार ही नहीं हुए और बिना दुल्हन लिये ही दूल्हा बरात लेकर वापस चला गया। यह खबर सुन कर दुल्हन बेहोश हो गयी। इस सिलसिले में फुलवारीशरीफ थाने में लड़की के वालिद ने लड़कोंवालों पर दहेज का मामला दर्ज कराते हुए दूल्हा गुलाम सरवर, मो शाहिद, गुड़िया व जूही समेत दीगर को नामजद बनाया है। थाना इंचार्ज अब्दुल गफ्फार ने कहा पुलिस मामले की जांच कर रही है। कानूनी करवाई की जायेगी।