दुबई 04 जुलाई: हिन्दुस्तान ने सऊदी अरब की तरफ से ग़ैरमुल्की वर्कर्स के मौक़िफ़ को बाक़ायदा बनाने के लिए दी गई मोहलत में तौसीअ का ख़ौरमक़दम किया और हिन्दुस्तानी शहरीयों से ख़ाहिश की के वो इस चार माह की मोहलत से भरपूर इस्तेफ़ादा करें।
हिन्दुस्तानी सिफ़ारतख़ाना वाक़्ये रियाज़ ने इस तौसीअ का ख़ौरमक़दम करते हुए अबदुल्लाह बिन अबदुलअज़ीज़ से जज़बा ख़ैरसिगाली के मुज़ाहरे पर इज़हार-ए-तशक्कुर किया।
सिफ़ारतख़ाना ने इन तमाम सऊदी हुक्काम का भी शुक्रिया अदा किया जिन्हों ने तौसीअ के लिए काफ़ी जुस्तजू की। इस के अलावा गै़रक़ानूनी वर्कर्स के मौक़िफ़ को दरुस्त बनाने में तआवुन किया।
सिफ़ारतख़ाना ने हिन्दुस्तानी बिरादरी पर ज़ोर दिया कि वो इस सहूलत से भरपूर इसतेफ़ादा करें। इन तमाम शहरीयों से जिन्होंने एमरजेंसी सर्टीफ़िकेट हासिल करलिए हैं, फ़ौरी मुल्क छोड़ देने की ख़ाहिश की।
बयान में कहा गया हैके वो लोग जो एमरजेंसी सर्टीफ़िकेट के हुसूल के सिलसिले में मुख़्तलिफ़ मराहिल से गुज़र रहे हैं, उन्हें चाहीए कि इस मौके से फ़ायदा उठाते हुए सऊदी हुक्काम से फ़ौरी इस मुआमले की यकसूई करलीं।
बयान में कहा गया हैके तक़रीबन 90 हज़ार हिन्दुस्तानी शहरी अपने दस्तावेज़ात को बाक़ायदा बनाने के लिए सिफ़ारतख़ाना से रुजू हुए हैं।
वज़ारत लेबर के मुताबिक़ 1.5 मिलियन से ज़ाइद गै़रक़ानूनी बैरूनी वर्कर्स ने इस मोहलत से अब तक इस्तेफ़ादा किया है