नितिश कुमार के क़ाफ़िला पर संगबारी

ज़िला चूसा में जिस वक़्त वज़ीर-ए-आला (मुख्य मंत्री) नितिश कुमार की गाड़ियों का क़ाफ़िला सेवा यात्रा के दौरान यहां पहुंचा तो कुछ ब्रहम मुक़ामी अफ़राद (स्थानीय लोग जो गुस्से मे थे) ने क़ाफ़िला पर संगबारी की। ब्रहमी की वजह ये बताई गई है कि अवाम इस बात के ख़ाहां थे कि वज़ीर-ए-आला का क़ाफ़िला कुछ देर के लिए चूसा में तवक्कुफ़ करे ताकि वो बर्क़ी ( बिजली) और आबी ( पानी) सरबराही ( व्यवस्था) की क़िल्लत ( मुश्किलात) की वजह से उन्हें पेश आने वाली मुश्किलात वज़ीर-ए-आला ( मुख्य मंत्री) को बता सकें।

अवाम सड़क के दोनों किनारे ठहरे हुए काफ़ी देर से नितेश कुमार का इंतेज़ार कर रहे थे, लेकिन जब वज़ीर-ए-आला के क़ाफ़िला ने वहां तवक्कुफ़ नहीं किया तो अवाम का ब्रहम होना लाज़िमी था। संगबारी से क़ाफ़िला में मौजूद दो तीन गाड़ियों को नुक़्सान पहुंचा, लेकिन इसके बावजूद वज़ीर-ए‍आला ( मुख्य मंत्री) का क़ाफ़िला आगे बढ़ गया।

संगबारी में किसी के ज़ख्मी होने की कोई इत्तेला ( खबर/सूचना) नहीं है, क्योंकि) पुलिस ने बरवक़्त इक़दाम ( किसी काम को करना/कार्य निष्पादन) करते हुए संगबारी करने वाले ब्रहम अवाम को वहां से मुंतशिर (तितर बितर) कर दिया था। चूसा में अवाम गुज़श्ता तवील( लंबे) अर्सा (वक़्त/समय) से बर्क़ी ( बिजली) और पानी की नाक़िस ( खराब) सरबराही (व्यवस्था/ इंतेज़ाम) से बेहद परेशान हैं और अपना मुद्दा नितीश कुमार के सामने रखना चाहते थे।