पटना 15 मई, : वज़ीर-ए-आला बिहार नितीश कुमार और उनके अरकान ख़ानदान ने उनकी अहलिया और वालदैन को ख़िराज-ए-अक़ीदत पेश किया।
अपनी मरहूमा बीवी मंजू की याद में कंकर बाग़ में तामीर किए गए मंजू सिन्हा स्म्रती पार्क का दौरा करते हुए उन्होंने यादगार पर गुलहाए अक़ीदत पेश किए। उस वक़्त नितीश कुमार के साथ उनके बेटे निशांत कुमार, उनके बड़े भाई सतीश कुमार, बड़ी बहन ऊषा देवी और छोटी बहन इंदू देवी के अलावा दीगर अरकान ख़ानदान भी मौजूद थे।
याद रहे कि आँजहानी मंजू सिन्हा जो एक टीचर थीं, का 53 साल की उम्र में 2007 में इंतिक़ाल होगया था। वहां से नितीश कुमार अपने आबाई वतन कल्याण बीघा रवाना हुए जो ज़िला नालंदा में है। वहां पहुंच कर उन्होंने अपने वालिद जो मुजाहिद आज़ादी भी थे कवी राम लखन सिंह , वालिदा परमेश्वरी देवी और बीवी मंजू सिन्हा को गुलहाए अक़ीदत पेश किए।
कल्याण बीघा में नितीश कुमार के वालिद के नाम से भी एक पार्क बनाया गया है। वहीं पर मौजूद अपने आबाई मकान का भी उन्हों ने दौरा किया जहां उनका बचपन और नौजवानी के शुरूआती दौर से गुज़रे थे। वहां पहुंच कर नितीश कुमार जज़बाती होगए और उन की आँखौं में पानी आगए।
मकान पहुंच कर उन्होंने आस पास के कई लोगों से जिन में बच्चों की भी अच्छी तादाद मौजूद थी, काफ़ी देर तक बात की। नितीश कुमार वहां से महारानी टेम्पल के लिए रवाना हुए जहां उन्होंने सरकारी बयान के मुताबिक़ रियासत में पुरअमन हालात और अव्वाम की ख़ुशहाली के लिए ख़ुसूसी पूजा अर्चना की।