निर्भय‌ फ़ंड का जल्द‌ इस्तिमाल होगा : शिन्दे

वज़ीर-ए-दाख़िला सुशील कुमार शिन्दे ने आज एक अहम बयान देते हुए कहा कि ख्वातीन के तहफ़्फ़ुज़ को यक़ीनी बनाने केलिए नरभय‌ फ़ंड तशकील दिया गया है जो दरअसल गुजिश्ता साल 16 दिसम्बर को इजतिमाई इस्मत रेजी का शिकार नौजवान ख़ातून की याद में क़ायम किया गया है।

इस फ़ंड का इस्तिमाल किया जाएगा। पार्लीमेंट के बाहर अख़बारी नुमाइंदों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि ख्वातीन का तहफ़्फ़ुज़ हमारी अव्वलीन तर्जीह है और पीडीता की याद में क़ायम किए गए फंड्स को जल्द‌ कारकर्द किया जाएगा। जब उनसे ख्वातीन के तहफ़्फ़ुज़ के लिए क़ानूनी इक़दामात के बारे में इस्तिफ़सार किया गया तो उन्हों ने कहा कि फ़ौजदारी क़वानीन के इलावा ताअज़ीरात-ए-हिंद के क़वानीन में भी तब्दिली की उम्मीद‌ हैं और इस जानिब पेशरफ्त की जा चुकी है।

उम्मीद है कि किसी भी वक़्त आप को ख़ुशख़बरी मिल जाये। याद रहे कि गुजिश्ता साल 16 दिसम्बर को जिस 23 साला ख़ातून की एक चलती बस में इजतिमाई इस्मत रेजी की गई थी, उस ख़ातून को निर्भय‌ (निडर) से मौसूम किया गया है और ये काम किसी और का नहीं बल्कि मीडिया ने उसे ये नाम दिया है क्योंकि हिंदुस्तान के क़वानीन के मुताबिक़ इस्मत रेजी की शिकार ख्वातीन का नाम ज़ाहिर नहीं किया जाता।