गर्मी का क़हर अब भी बरक़रार रहे और सूरज आग उगल रहा है, जबकि जारीया माह मुसलसिल गर्मी की शिद्दत से रियासत तेलंगाना में कई अम्वात वाक़्ये हुई हैं, ताहम गर्मी की शिद्दत अब भी बरक़रार रहने की वजह से अवाम घरों में मुक़य्यद होकर रह गए हैं। कई उम्र रसीदा अफ़राद कोलर्स के पास ही बैठ कर दिन गुज़ार रहे हैं। ठंडे मशरूबात की मांग में इस क़दर इज़ाफ़ा माज़ी में कभी नहीं देखा गया।
इस गर्मी से अपने आप को साहिबे इस्तेताअत तो महफ़ूज़ कर रहे हैं, लेकिन मेहनत मज़दूरी करने वाले जिन को कूलर और पंखे नसीब नहीं हैं, उन पर क्या गुज़र रही होगी, गर्मी महसूस करने वाले इस बात का अंदाज़ा बख़ूबी लगा सकते हैं।
बताया जाता हैके मुतमव्विल अफ़राद कोलर्स का इस्तेमाल करते हुए भी गर्मी की शिद्दत से बेचैन हैं, जबकि मज़दूर तबक़ा अपने पेट की आग बुझाने के लिए गर्मी की शिद्दत से अपने जिस्म को झुलसा रहा है। जिस तरह किसान अपनी फसलों के लिए बारिश का इंतेज़ार करते हैं, इसी तरह उस वक़्त आम आदमी गर्मी से नजात पाने के लिए मौसम की तबदीली का इंतेज़ार कर रहे हैं। निर्मल और अतराफ़-ओ-अकनाफ़ के इलाक़ों में दर्जा हरारत 46 डिग्री रिकार्ड किया गया, जबके रात देर गए तक भी गर्म हवाओं का सिलसिला जारी रहता है।