चेन्नई सुपर किंग्स के कोच स्टीफ़न फ्लेमिंग ने चैंपियंस लीग टी 20 टूर्नामेंट के पहले सेमीफाइनल के राजिस्थान रॉयल्स के ख़िलाफ़ अपनी टीम की 14 रंस की हार पर इज़हार-ए-ख़्याल करते हुए कहा कि बैटस्मेनों ने निशाना के तआक़ुब में हिचकिचाहट और जल्दबाज़ी का मुज़ाहरा किया।
फ्लेमिंग से जब इस्तिफ़सार किया गया कि क्या टीम ने दबाव के लम्हात में पुरसकून रहने की रिवायत खोदी है तो इस पर फ्लेमिंग ने कहा कि आम तौर पर हमारा बैटिंग शोबा इस तरह यके बाद दीगरे मुक़ाबलों में नाकाम नहीं होता लेकिन सेमीफाइनल में खिलाड़ियों ने पुरसकून तरीक़े से बैटिंग का मुज़ाहरा नहीं किया।
फ्लेमिंग के मुताबिक चेन्नई सुपर किंग्स के बैटस्मेनों ने ग़लत स्ट्रोक्स खेलने के इलावा विकटों के दरमयान दीवानगी की हालत में दौड़ रहे थे। चेन्नई के कोच के मुराबिक निशाने के तआक़ुब में टीम को इबतिदाई लम्हात में रन आउट की शक्ल में दो विकटों का नुक़्सान बर्दाश्त करना पड़ा जो कि टीम को हार के क़रीब पहुंचाने की असल वजह बना।
टी ऐंड टी के बाद सेमीफाइनल में राजिस्थान के ख़िलाफ़ हार की वजूहात जब कोच से दरयाफ्त की गई तो उन्होंने कहा कि उन्हें वजूहात का तजज़िया करना है और जिस के बाद नतीजा पर पहुंचेंगे।