निशाने पर मोदी, रॉकेट लांचर से हो सकता है हमला

बीजेपी के वज़ीर ए आज़म के ओहदे के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी कई दहशतगर्द तंज़ीमों के निशाने पर हैं। पाकिस्तान में बैठे दहशतगर्दों ने हाथ मिला लिया है। इन दहशतगर्द तंज़ीमों को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई की ताइद हासिल है।

दहशतगर्द तंज़ीम रॉकेट लांचर वगैरह से मोदी और उनकी रैली को निशाना बना सकते हैं। यह इत्तेला महकमा खुफिया ने वज़ारत ए दाखिला को दी है। इसके बाद वज़ारत ए दाखिला ने दिल्ली समेत सभी रियासतों के पुलिस सरबराह को खत लिखकर इस बारे में आगाह कर दिया है।

एक पुलिस अफसर ने वज़ारत ए दाखिला से इस तरह की इतेला मिलने की तस्दीक की है। उन्होंने बताया कि वज़ारत ए दाखिला सभी रियासतों की पुलिस को कुछ दिन पहले दो पेज का खत लिखकर मोदी की सेक्युरिटी को लेकर कड़े कदम उठाने के लिए कहा था।

वज़ारत ए दाखिला से मिली इत्तेला के मुताबिक , मोदी को निशाना बनाने के लिए दहशतगर्द तंज़ीम लश्कर-ए-ताइबा, हिजबुल मुजाहिदीन और शाहिद बिलाल एक हो गए हैं। आईएसआई के इशारे पर इन तंज़ीमों ने फिलहाल इंडियन मुजाहिदीन को ऑपरेशन का जिम्मा सौंपा है।

पुलिस आफीसर ने बताया कि वज़ारत ए दाखिला से भेजे गए लेटर में कहा गया है कि मोदी को दहशतगर्द तंज़ीमों के इलावा अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम से भी खतरा है। एक आफीसर ने बताया कि मोदी की सेक्युरिटी को लेकर इनपुट्स काफी दिन पहले मिल गए थे।

वहीं, स्पेशल सेल के एक आफीसर ने बताया कि आईएसआई के इशारे पर ही रियाज भटकल व यासीन भटकल कि हिदयत पर तहसीम ने मोदी की पटना रैली में धमाके करवाए थे। रियाज भटकल ने ही बोधगया में भी बम धमाके कराए थे।

पुलिस ज़राये के मुताबिक, पटना रैली में बम धमाकों के लिए आईएसआई ने रियाज भटकल को हवाला के जरिए फंडिंग की थी। आईएसआई की तरफ से भेजी गई रकम हिंदुस्तान में मौजूद तहसीम समेत छह दहशतगर्दों में बंटी थी। इन दहशतगर्दो को पटना रैली में कुल 18 बम धमाके करने थे। इसके लिए पाक से नेट पर चैटिंग के जरिए हुक्म दिए गए थे।

नरेंद्र मोदी पर हमले के खदशे के मद्देनजर मरकज़ी हुकूमत ने उनकी सेक्युरिटी बढ़ा दी है। उन्हें मिली एडवांस सिक्योरिटी लाइसन (एएसएल) सेक्युरिटी के तहत रैली के मुकामात की पहले से ही उसी तरह जांच की जाएगी, जिस तरह से वज़ीर ए आज़म मनमोहन सिंह, कांग्रेस के नायब सदर राहुल गांधी और साबिक नायब वज़ीर ए आज़म लाल कृष्ण आडवाणी की रैलियों से पहले की जाती है।

ब्शुक्रिया: अमर उजाला