निज़ाम दक्कन शूगर फैक्ट्रीज को सरकारी तहवील में नहीं लिया जाएगा: चीफ़ मिनिस्टर

निज़ाम दक्कन शूगर फैक्ट्रीज के तीनों यूनिट्स शुक्रनगर, मिटपली और मेदक के किसानों, अरकाने असेंबली, अरकाने-पार्लियामेंट-ओ-मुताल्लिक़ा वुज़रा के साथ पिछ्ले रोज़ सेक्यूरिटी हैदराबाद में किसानों के मसाइल की चीफ़ मिनिस्टर के चंद्रशेखर राव‌ ने बग़ौर समाअत की और उन्होंने वाज़िह तौर पर एलान किया कि एन डी एस एल यूनिट्स को रियासती हुकूमत बहरसूरत सरकारी तहवील में लेने तैयार नहीं है लेकिन किसानों-ओ-मुलाज़िमीन को मुकम्मिल तहफ़्फ़ुज़ पहुंचाने मज़कूरा शुक्र साज़ी के कारख़ानों के इंतेज़ामात कॉपरेटिव सेक्टर के हवाले करने रियासती हुकूमत तैयार है।

चीफ़ मिनिस्टर ने एलान किया कि काश्तकार ख़ुद कारख़ानों के इंतेज़ामात अपने हाथ में ले लें जिस के लिए अरकाने असेंबली-ओ-किसानों का एक वफ़द पड़ोसी रियासत महाराष्ट्रा को रवाना किया जाएगा जहां कॉपरेटिव शूगर फैक्ट्रीज बगै़र कोई नुक़्सान के चलाए जा रहे हैं।

किसानों ने चीफ़ मिनिस्टर को अपने मसाइल से वाक़िफ़ करवाते हुए बताया मौजूदा ख़ानगी इंतेज़ामीया पिछ्ले साल ग्ंने की क़ीमत फ़ी टन 2600 रुपये अदा की थी लेकिन जारीया साल सिर्फ़ 22 सौ रुपये फ़ी टन क़ीमत अदा करने का एलान किया जिस के बाइस ग्ंना उगाने वाले किसानों में बेचैनी पाई जाती है।