निज़ाम रुबात में आज़मीन के क़ियाम का तनाज़ा

मक्का मुकर्रमा में वाक़्ये निज़ाम रुबात में आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज्ज के क़ियाम से मुताल्लिक़ तनाज़ा की यकसूई के लिए स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद सय्यद उम्र जलील ने मसाई की है।

उन्होंने जेद्दाह में हिंदुस्तानी कौंसिल जनरल और सेंट्रल हज कमेटी के चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर को मकतूब रवाना करके ख़ाहिश की कि नाज़िर रुबात-ओ-निज़ाम औक़ाफ़ कमेटी से मुशावरत के ज़रीये तनाज़ा का ख़ुशगवार हल तलाश किया जाये।

एग्जीक्यूटिव ऑफीसर हज कमेटी एम ए हमीद ने मुंबई में चीफ़ एग्जीक्यूटिव ऑफीसर सेंट्रल हज कमेटी अता उलरहमन को ये मकतूब हवाले किया। जेद्दाह में ताय्युनात हिंदुस्तानी कौंसिल जनरल आज मुंबई पहुंचे और उन्होंने हज 2014 इंतेज़ामात के लिए सेंट्रल हज कमेटी के ओहदेदारों से मुशावरत की।

बताया जाता हैके इस मुलाक़ात में अता उलरहमन ने निज़ाम रुबात में क़ियाम से मुताल्लिक़ मसला की यकसूई की तवज्जा मबज़ूल कराई और स्पेशल सेक्रेटरी अक़लियती बहबूद का मकतूब हवाला किया। सय्यद उम्र जलील और स्पेशल ऑफीसर हज कमेटी प्रोफेसर एस ए शकूर ने हाल में निज़ाम औक़ाफ़ कमेटी ओहदेदारों से बात करके तफ़सीलात हासिल की। नाज़िर रुबात और कमेटी के दरमयान तनाज़ा के सबब पिछ्ले साल आंध्र प्रदेश के आज़मीने हज्ज रुबात में क़ियाम की सहूलत से महरूम होगए थे।

हर साल तक़रीबन 400 आज़मीने हज्ज को रबात में क़ियाम की सहूलत फ़राहम की जाती है जिस के सबब उन्हें मुनासिब रक़म की बचत होती है। प्रोफेसर एस ए शकूर ने उम्मीद ज़ाहिर की के जारीया साल इस तनाज़ा की यकसूई करली जाएगी और आंध्र प्रदेश के आज़मीन रुबात में क़ियाम की सहूलत से मुस्तफ़ीद होंगे। उन्होंने सेंट्रल हज कमेटी से ख़ाहिश की के10 मई तक इस मुआमले को हल करलिया जाये।