बिहार में होने वाले विधानसभा इंतेखाबात जैसे-जैसे करीब आ रहा है, सियासत का सतह गिरता जा रहा है। इतवार के रोज़ पीएम मोदी के गया दौरे से कुछ ही देर पहले बीजेपी लीडर शकुनि चौधरी ने बिहार के सीएम नीतीश कुमार को लुच्चा करार दिया।
दिलचश्प बात यह है कि शकुनि ने यह बात उसी मंच से कही, जिस मंच से पीएम मोदी को तकरीर देना है। साथ ही, इसी मंच से रामविलास पासवान ने कहा, ‘लालू यादव अब यादवों के लीडर नहीं हैं। लालू ने यादवों की तौहीन किया है।’
रैली पर जमा हुए आवाम से खिताब करते हुए शकुनि ने कहा, ‘नीतीश कुमार मुल्क का सबसे लुच्चा सीएम है।’ यही नहीं, शकुनि ने कहा कि ‘नीतीश कहते हैं कि वह बिहारी हैं, लेकिन तुमने तो बिहार को बदनाम किया है।’ वैसे यह पहली बार नहीं है जब बिहार इलेक्शन की कैंपेनिंग में इस तरह की ज़ुबान का इस्तेमाल किया जा रहा है।
इससे पहले जब पीएम मोदी एक दिन के बिहार दौरे पर गए थे, तब उन्होंने अपनी तकरीर में नीतीश कुमार के डीएनए पर सवाल उठाया था।
पीएम मोदी ने अपने दौरे पर नीतीश के लिए कहा था, ‘इन्होंने तो हमारे सामने से थाली ही छीन ली थी। लगता है इनके डीएनए में ही कुछ मसला है।’ इसके बाद नीतीश ने इस बयान को बिहारी अस्मिता से जोड़ दिया था। नीतीश ने कहा कि वह बिहारी हैं और उनके डीएनए पर सवाल उठाना बिहारी अस्मिता पर सवाल उठाना है।
शकुनि चौधरी के बयान पर जेडीयू लीडर केसी त्यागी ने कहा कि ‘इस तरह की ज़ुबान तो बस अभी शुरू हुई है जिसे पीएम ने शुरू किया था। डीएनए पर सवाल तो तब उठाया जाता जब किसी के गार्जियन पर शक होता है। वैसे हम इस पर कोई रिऐक्शन नहीं देंगे। नीतीश को लुच्चा कहना बिहार के आवाम की तौहीन है, जिसने नीतीश को चुना है।’