पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने लालू से अलग होने के बाद आज प्रेस वार्ता में खुल कर बोले। उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने की क्षमता किसी नेता में नहीं। कभी नरेंद्र मोदी से कड़ा मुकाबला करने वाले नीतीश कुमार का यह बयान चौकाने वाला है।
घूर विरोधी रहे नीतीश कुमार ने कभी नरेंद्र मोदी से मुकाबला करने के लिए देश के विरोधी नेताओं को एकजुट करने की पुरजोर कोशिश की थी। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से लेकर उत्तर प्रदेश में सपा के नेतृत्व तक का दरवाजा खटखटाया था, लेकिन आखिरकार उन्होंने ने आज अपने हार का स्वीकार कर लिया।
साथ ही कहा कि मैं शुरू से ही भ्रष्टाचार के खिलाफ था और बिहार में भ्रष्टाचार की बातें पूरे देश में चर्चा होने लगी थी, जिससे बिहार की बदनामी हो रही थी। जिनके ऊपर आरोप लगे थे उन्होंने स्पष्टीकरण देने से इंकार कर दिया। मैंने कभी किसी से इस्तीफा नहीं मांगा था।
मैंने कई बार कहा कि स्थिति स्पष्ट करें, जनता के सामने स्पष्टीकरण जरूरी होता है। मेरी पार्टी भ्रष्टाचार के खिलाफ थी और यह पार्टी का फैसला था।
मैं अपने काम करने के तरीके से समझौता नहीं कर सकता। मीडिया चौथा खंभा है मीडिया में आई बातों को मैं गंभीरता से लेता हूं। लालू यादव से एक बार नहीं कई बार बात की।