नीतीश कुमार से ज़्यादा जायदाद बेटे निशांत के पास

पटना : साल के आखिर में अपनी जायदाद आम करने की रिवायत को वजीरे आला नीतीश कुमार ने इस बार भी जारी रखी। वजीरे आला साल 2010 से अपने तमाम वज़ीरों के साथ जायदाद आम कर रहे हैं। वजीरे आल ने 22 दिसंबर 2015 तक अपने पास मौजूद तमाम जायदाद का बाजार भाव के मुताबिक लेखा-जोखा रखा। सीएम के साथ ही नायब वजीरे आला तेजस्वी प्रसाद यादव, अजीम इत्तिहाद के बाक़ी पार्टियों में जदयू, राजद व कांग्रेस कोटे के तमाम 29 वज़ीरों ने भी अपनी जायदाद का तफ़सीलात आम किया। 31 दिसंबर की तय वक़्त की मुद्दत में सीएम व सरकार में शामिल वज़ीरों ने अपनी जायदाद का तफ़सीलत हुकूमत के सामने रख दिया था। काबीना सेक्रेटरीयेट की तरफ से एक जनवरी को इसे वेबसाइट पर जारी किया गया। वजीरे आला की तरफ से आम किए गए तफ़सीलात के मुताबिक उनसे ज़्यादा जायदाद उनके इकलौते बेटी निशांत के पास है।

सीएम के पास 40 हजार 566 रुपए नकद है । जबकि उनके बेटी निशांत के पास 7034 रुपए। बैंकों में सीएम के नाम पर तकरीबन 60 हजार जमा हैं तो उनके बेटे निशांत के नाम पर तकरीबन 64 लाख। मनकूला जायदाद में सीएम के नाम पर कुल 18 लाख 97 हजार, जबकि बेटे निशांत के नाम पर 94 लाख आठ हजार की जायदाद है। गैर मनकूला जायदाद में सीएम के पास तकरीबन 40 लाख तो निशांत के नाम पर एक करोड़ 20 लाख की जायदाद है।

गैर मनकूला जायदाद में भी खेती, गैर ज़ीराअत जमीन, कारोबारी जमीन निशांत के नाम पर ही हैं। दिल्ली के द्वारका में 2004 में खरीदे गए रियाहशी प्लॉट सीएम के नाम पर तो कल्याण बिगहा की रिहाइश जमीन निशांत के नाम पर है। बतौर एसेम्बली काउंसिलर मेम्बर के तौर में गाड़ी के लिए फाइनेंस महकमा से लिए गए कर्ज में अब भी सीएम पर छह लाख 44 हजार बाकी है। वजीरे आला के पास 2003 मॉडल की हुंदई सेंट्रो है। साल 2015 में सीएम ने 11 लाख 32 हजार की फोर्ड इकोस्पोर्ट खरीदी। वहीं सीएम के पास 40 हजार तो उनके बेटे के पास 10 लाख 16 हजार के जेवरात हैं। सीएम के पास छह गाय व दो बछड़ा भी है, जिसकी कीमत एक लाख 45 हजार रुपए है।