तरनीवाली (तमिलनाडु): चीनी रोगियों के लिए हर्बल अर्क पीना जानलेवा साबित हुआ। नीम हकीम खतरा जान स्थानीय जड़ी बूटियों के जरिए लोगों का इलाज करने एक काढ़े (रस) तैयार किया और उसे खुद भी पी लिया और अपने अन्य 3 रोगियों को पीने दिया। इस रस को पीने से सभी रोगी गिर पड़े और मर गए।
पुलिस ने बताया कि स्थानीय जनता इस वेद या डॉक्टर से अपना इलाज करवाते थे। इन ग्रामीणों का कहना है कि मथोटीडी जहां चीनी और रक्तचाप रोगियों के लिए टैंक स्थान पर क्लिनिक चलाता था वह रोगियों को दवा देता था। आज भी वह गांव का दौरा किया लेकिन जनता ने इस दवा पर संदेह व्यक्त किया।
डॉक्टर ने उनका संदेह दूर करने के लिए खुद भी यह रस पी लिया और अन्य 4 रोगियों को पीने के लिए दे दिया। रस पीने के बाद सभी चार गिर पड़े जिन्हें पास के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां डॉक्टर और उसके तीन रोगियों को मृत घोषित कर दिया, जबकि अन्य मरीज इलाज चल रहा हैं और उनकी हालत चिंताजनक बताई गई।