मुल्क के नीम फ़ौजी दस्ते में जवानों और दीगर जूनियर दर्जा के ओहदेदारों की भर्ती के तरीके-कार में तबदीली होने वाली है क्योंकि मर्कज़ी वज़ारत-ए-दाख़िला ने अब भर्ती के लिए शफ़्फ़ाफ़ तरीके-कार अपनाने का फ़ैसला किया है जैसे सी सी टी वी कैमरे और आर एफ़ आई डी निशान।
वज़ारते-दाख़िला कांस्टेबल्स, सब इन्सपेक्टर्स और इन्सपेक्टर्स के ओहदों के लिए हज़ारों मर्द-ओ-ख़वातीन की बहाली करनेवाली है जो मुल्क की पाँच बड़ी मुसल्लह अफ़्वाज सी आर पी एफ़, बी एस एफ़, सी आई एस एफ़, आई टी बी पी और एस एसबी में किए जाऐंगे और उन बहाली के लिए और एम आर शीट्स (OMR) आर एफ़ आई डी (रेडियो फ़रीकोइंसी आईडंटीफ़िकेशन) के निशान और सी सी टी वी कैमरों का इस्तिमाल किया जाएगा|
ताकि ऐसे किसी भी उम्मीदवार की हर छोटी से छोटी मालूमात को भी हासिल किया जा सके जो मज़कूरा बाला अफ़्वाज में ख़िदमात अंजाम देने का ख़ाहिश हो। नीम फ़ौजी दस्तों के एक मुश्तर्का पैनल की जानिब से तैयार करदा और मंज़ूर करदा तजवीज़ के मुताबिक़ बहाली के तरीके-कार में शफ़्फ़ाफ़ियत से किया जा रहा है जिसे ट्रांसपैरंट रेक्रोटमेंट प्रोसीजर (TRP) से मौसूम किया गया है।
बहाली के तरीके-कार में उम्मीदवारों के इंतिख़ाब के लिए कंप्यूटराईज़ड तरीके पर काम नहीं किया जाता था बल्कि अफ़्वाज के तर्बियत याफ़ता ओहदेदार सिर्फ़ काग़ज़ क़लम की बुनियाद पर काम अंजाम देते थे।