नइ दिल्ली। आरुषी ओर हेमराज दोहरे कतल केस का सामना कर रही,गाजियाबाद कि डासना जेल में कैद आरुषी कि माँ नूपुर तलवार कि “अदालत के अपने फैसले पर दुबार गौर करने” कि दरखास्त को आज अदालत ने खारीज कर दीया।
नूपुर ने अपनी इस दरखास्त में अदालत से अपिल कि थी कि आरुषी ओर हेमराज कतल केस का मुकदमा चलाने के अपने फैसले पर दुबारा गौर करे.अदालत ने इस मामले में जांच आगे बडाने कि मांग कि दरखासत को भि खारीज कर दीया।
दिल्ली अदालत कि ए.के.पटनायक ओर जे.एस.खेहर कि बंच ने नूपुर कि दरखासत खारिज करते हुए कहा कि वो इलाहाबाद हाइकोर्ट के फैसले को चुनौती देने के लिए नइ दरखासत दाखिल कर सकतिं है.इलाहाबाद हाइकोर्ट इन कि दरखासत जमानत पहले भि खारीज कर चुकि हैं।
वाजिह रहे कि 14 साला आरुषी 16 मई 2008 को अपने मकान में मुर्दा हालत में मिली थी.ओर अगले दिन मकान कि छत से उन के घरेलु नौकर हेमराज कि लाश मिली थी।
सिबीआइ ने इस मामले में नूपुर तलवार ओर उन के पती राजेश तलवार को इस का मुलजिम मानते हुए इन के खिलाफ मुकद्दमा दर्ज किया था।