नूपूर तलवार की मुश्किलात में इज़ाफ़ा

ऐसा मालूम होता है कि अरूशी हेमराज दोहरे क़त्ल ( Double Murder) में राजेश और नूपूर तलवार की मुश्किलात में इज़ाफ़ा ( बढोत्तरी/ बढना) ही होता जा रहा है। नूपूर तलवार ने क़ब्लअज़ीं एक ज़ीरीं अदालत में समाअत ( सुनवाई) किए गए इस मुआमले ( मामले) को चैलेंज करते हुए सुप्रीम कोर्ट में ज़मानत की दर्खाश्त दाख़िल की थी जिस की समाअत ( सुनवाई) से सुप्रीम कोर्ट ने इनकार कर दिया है।

याद रहे कि अरूशी- हेमराज दोहरे क़त्ल ने मुल्क में सनसनी पैदा कर दी थी, जिस में डाक्टर राजेश और नूपूर तलवार मुसावी (बराबर) कुसूरवार हैं। क़ब्लअज़ीं (इससे पहले) सुप्रीम कोर्ट ने नूपूर तलवार की इस दरख़ास्त ( आवेदन) को ये कह कर मुस्तर्द (Reject/ रद्द्) कर दिया था कि वो ऐसी बचकाना ( बचने की) ख़ाहिश क्यों कर रही हैं और अदालत से ये तवक़्क़ो ( उम्मीद) कैसे कर सकती हैं कि इन के ख़िलाफ़ लगाए गए क़त्ल के इल्ज़ामात ( आरोप) से दसतबरदारी (छोड़ देना) इख्तेयार कर ली जाए। मई 2008 में अरूशी के क़त्ल ( हत्या) के सिर्फ एक रोज़ बाद उनके घरेलू नौकर हेमराज की नाश ( लाश) भी मकान की छत पर पाई गई थी।