नूरखानबाज़ार क़त्ल केस का मुल्ज़िम मंसूबा इल्ज़ामात से बरी

हैदराबाद 15सितंबर: नामपली क्रीमिनल कोर्ट के फ़रस्ट एडीशनल मेट्रो पोलीटन सेशन जज ने बीवी और भांजी के बहीमाना क़त्ल के मुल्ज़िम शौहर सय्यद अली असालत को बरी कर लिया।

ज़राए के बमूजब 11 जून 2014 को 45 साला समीना फ़ातिमा और उनकी भांजी दानिया उनम का नूरखां बाज़ार में वाक़्ये एक अपार्टमेंट में नामालूम अफ़राद ने बहीमाना तौर पर क़त्ल कर दिया था।

मीर चौक पुलिस ने इस सिलसिले में क़त्ल का मुक़द्दमा दर्ज करते हुए तहक़ीक़ात का आग़ाज़ किया और शुबा की बुनियाद पर समीना फ़ातिमा के शौहर सय्यद अली असालत के एक साथी अली को हिरासत में लेकर तफ़तीश की जिसमें सनसनीखेज़ इन्किशाफ़ात हुए थे। पुलिस ने दावा किया कि अली असालत की मुबय्यना ईमा पर अली ने समीना फ़ातिमा और उनकी भांजी दानिया उनम का गला काट कर क़त्ल कर दिया था।

पुलिस ने दुबई से वापसी पर असालत को भी गिरफ़्तार कर के अदालती तहवील में देदिया था। इंस्पेक्टर मीर चौक वी याद गेरी रेड्डी ने बताया कि ठोस शवाहिद की अदमे मौजूदगी के बाइस अदालत ने उन्हें बरी कर दिया।