नेक नाम पर मैं दरगाह शरीफ़-ओ-मस्जिद को ख़तरा!

हैदराबाद २‍२ । मार्च : ( रास्त ) : दरगाह हज़रत सय्यद साद उल्लाह हुसैनी और इस से मुत्तसिल मस्जिद को मिस्मार करने की मंसूबा बंद साज़िश की जा रही है । बड़े बलडोज़ों और दीगर मशीनों के इस्तिमाल के ज़रीया गनबद से मुत्तसिल चट्टानों को तराशा जा रहा है । जी सी बी मशीनों से इमारतों के अतराफ़ खुदाई का सिलसिला भी जारी है ।

वाज़िह रहे कि दरगाह शरीफ़-ओ-मस्जिद गनबद इन क़ुतुब शाही गोलकुंडा के उक़बा हिस्सा में वाक़्य नेक नाम पूरा सर्वे नंबर 30 और 31 राजिंदर नगर ज़िला रंगा रेड्डी में वाक़्य है । मज़कूरादरगाह और मस्जिद 25 ता 30 फट बुलंदी पर क़ायम है माज़ी में भी चट्टानों को तराशने की मज़मूम कोशिश पर मुक़ामी मुस्लमानों के एहतिजाज पर इस काम को मस्दूद करदिया गया था । लेकिन इस काम को दुबारा दो दिन क़बल शुरू किया गया है । जिस की वजह से दरगाह मस्जिद को शदीद नुक़्सान का क़वी अंदेशा पैदा हो गया है । जूं ही उस की इत्तिलाआम हुई मुक़ामी मुस्लमानों बिशमोल मुख़्तलिफ़ तंज़ीमों ने कुलैक्टर ज़िला रंगा रेड्डी से नुमाइंदगी करते हुए कहा कि वाई ऐस आर एनक्लेव के नाम से जारी 52 एकड़ अराज़ी पर जारी पराजकट में वाक़्य मस्जिद-ओ-दरगाह के हदूद का तहफ़्फ़ुज़ फ़ौरी तौर पर क्या जाय ।

आज जूं ही काम शुरू हुआ मुक़ामी मुस्लमानों ने सख़्त एहतिजाज किया और काम को बंद करवा दिया । यूं तो वक़्फ़ के तहत अराज़ी का लैंड गिरा बरस बेदर्दाना अंदाज़ में क़बज़ा कर रहे हैं वहीं दूसरी तरफ़ हुकूमत भी इन लैंड गिरा बरस से कम नहीं है । दरगाह हज़रत साद उल्लाह हसीनीऒ की अराज़ी को सकरीटरीट इम्पलाइज़ एसोसीएशन‌ वाईऐस आर एनक्लेव के नाम से मुलाज़मीन के लिए ज़मीनात अलॉट करते हुए मकानात की तामीर कररहे हैं तो महिकमा वक़्फ़ अपनी आँखें बंद कर के ख़ामोश तमाशाई बना हुआ है । ज़रूरत इस बात की है कि सदर नशीन वक़्फ़ बोर्ड मुतज़क्किरा मुक़ाम का फ़ौरी मुआइना करते हुए दरगाह शरीफ़ और मस्जिद को तहफ़्फ़ुज़ फ़राहम करें ।

बसूरत-ए-दीगर मुख़्तलिफ़ तंज़ीमों की जानिब से ज़बरदस्त एहतिजाज का भी इंतिबाह दिया है । ज़िला क्लेक्टर रंगा रेड्डी को नुमाइंदगी के मौक़ा पर वफ़द में मुजाहिद हाश्मी मोतमिद अवामी मजलिस-ए-अमल के इलावा मुक़ामी तंज़ीमों के क़ाइदीन मसरस मुहम्मद अफ़ज़ल , मुहम्मद इलयास ख़ां , अबदुलवहीद ज़मीर और मुहम्मद यूसुफ़-ओ-दीगर शामिल थे