नेक बीवी से बेहतर कोई शय (चीज) नहीं।

हजरत अबू उमामा रज़ी अल्लाहु तआला अन्हो से रिवायत है के, रसूल-ए-पाक (स०) फरमाया, एक बन्द-ए- मोमिन के लिए तक़वा के बाद नेक बीवी से बेहतर कोई शय (चीज) नहीं। (इब्ने माजा)