नेतन्याहू ने अल जज़ीरा के पत्रकार पर “फ्रीडम ऑफ स्पीच” कार्यक्रम में लगाया प्रतिबंध

जेरूसलम। इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अल-जज़ीरा के जेरुसलेम ब्यूरो प्रमुख को ‘फ्रीडम ऑफ़ स्पीच’ के आधार पर एक कार्यक्रम में शामिल होने से प्रतिबंधित कर दिया।

‘द इंडिपेंडेंट’ अखबार की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इजरायली सरकार के प्रेस कार्यालय ने पुष्टि की कि वालिद अल-ओमरी को नेतनयाहू के आदेश पर कांफ्रेंस से बाहर निकाल दिया गया। कार्यक्रम ‘फ्रीडम ऑफ़ एक्सप्रेशन’ की सीमाओं पर केंद्रित था।

प्रेस कार्यालय ने बताया कि नेतन्याहू ने इजरायल में अल-जज़ीरा को बंद करने के इरादे से ऐसा किया है और वह चाहते हैं कि सभी अल जज़ीरा पत्रकारों की मान्यता को रोकने के लिए कानूनी उपायों की मदद ली जाए।

नेतनयाहू ने अल जज़ीरा के संवाददाताओं की स्वतंत्रता को सीमित करने का निर्णय पिछले महीने देश के संचार मंत्री अय्यूब कारा की एक घोषणा के बाद लिया है जिसमें अधिकारियों द्वारा पत्रकारों के प्रेस पास को रद्द किया जायेगा।

इस फैसले पर इजरायल संघ पत्रकारों ने इसकी आलोचना की और इसे “लोकतंत्र में असहनीय कदम” बताया।

अल-जज़ीरा का मालिकाना हक कतर के पास है, जिसके दुनिया भर में लगभग 80 कार्यालय हैं और कई भाषाओं में इसका प्रसारण किया जाता है। नेतनयाहू और कारा ने अल जजीरा और उसके पत्रकारों के खिलाफ सार्वजनिक तौर पर यह कदम उठाने के लिए आगे बढ़ना शुरू कर दिया है।