नेपाल, भूटान और बांग्लादेश के साथ रिश्ते खराब किए जा रहे हैं, केंद्र की विदेश नीति पूरी तरह फेल- ममता बनर्जी

कोलकाता। जम्मू कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के बाद अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी सीमावर्ती क्षेत्रों में चीन की गतिविधियां बढ़ने की बात कहते हुए केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। उन्होंने इस मसले पर राजनाथ से टेलीफोन पर भी बातचीत की है।

राज्य सचिवालय के सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय गृहमंत्री को पिछले हफ्ते पत्र लिखा गया है, जिसमें कहा गया है कि दार्जिलिंग में गोरखालैंड की मांग को लेकर चल रहे हिंसक आंदोलन के पीछे भी चीन की ही अति सक्रियता है।

सोमवार को ममता ने राज्य विधानसभा में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान के बाद संवाददाता सम्मेलन में पश्चिम बंगाल की पूर्वोत्तर सीमाओं में व्याप्त अशांति एवं दार्जिलिंग में जारी हिंसक आंदोलन का जिक्र करते हुए कहा कि इसे चीन की शह मिल रही है।

उन्होंने कहा कि सिलीगुड़ी ‘चिकेन नेक’ के नाम से जाना जाता है। इसके बावजूद उत्तर बंगाल के लिए अ‌र्द्धसैनिक बल मांगने पर उन्हें नहीं मिला। केंद्र क्यों पश्चिम बंगाल के सीमा क्षेत्रों की उपेक्षा कर रहा है, यह समझ में नहीं आ रहा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि दार्जिलिंग से सटे नेपाल में पशुपति गेट नामक एक जगह है, जहां चीनी भाषा पढ़ाने के लिए 400 स्कूल खोले गए हैं। ममता ने सवाल किया कि चीनी भाषा के लिए स्कूल कैसे खुल गए? आइबी को क्यों इसका पता नहीं चला? मुख्यमंत्री ने केंद्र पर आरोप लगाते हुए कहा कि नेपाल, भूटान व बांग्लादेश के साथ रिश्ते खराब किए जा रहे हैं।

केंद्र की विदेश नीति पूरी तरह विफल रही है। सीमा सुरक्षा की जिम्मेदारी बीएसएफ पर है, लेकिन बांग्लादेश के रास्ते लोग दंगा कराने के लिए पश्चिम बंगाल में घुस आए।