नेपाल में हालात बेकाबू, फायरिंग में इंडिया के नौजवान की मौत, कर्फ्यू

रक्सौल/मुजफ्फरपुर : गुजिशता 40 दिनों से नो मेंसलैंड पर डटे मधेसी तहरीक करने वाले पर नेपाल पुलिस की फायरिंग में पीर दोपहर दरभंगा का नौजवान मारा गया। फायरिंग व लाठीचार्ज के दौरान तीन दीगर भारतीय समेत आधा दर्जन लोग संगीन तौर से जख्मी हुए हैं। बवाल को देखते हुए बीरगंज में दोपहर बाद कर्फ्यू लगा दिया गया है। बवाल तब शुरू हुआ जब भारत-नेपाल सरहद पर पीर को तड़के चार बजे नेपाल पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया। इसके बाद मधेसियों के टेंट में आग लगा दी गई। नेपाली पुलिस की बर्बर कार्रवाई के बाद बीरगंज में तहरीक भड़क गया। मधेसी नए कानून में और ज्यादा हक़ की मांग को लेकर तहरीक कर रहे हैं।

बताया जा रहा है कि गुजिशता 40 दिनों से नो मेंसलैंड पर डटे तहरीक कर रहे चार बजे सुबह में 20-25 की तादाद में थे। तब नेपाली पुलिस ने लाठीचार्ज कर तहरीक करने वालों को भगा दिया। इसके बाद नेपाल सरहद से ट्रक भारत में दाखिल करने लगे। नेपाल में फंसे सैकड़ों गाडियाँ भारतीय सरहद में दाखिला कराए गए। कार्रवाई की खबर फैलते ही मधेस के लोग बीरगंज की सड़कों पर उतर आए। चीन व नेपाल के मुखालिफत में नारा लगा रहे तहरीक करने वालों पर फिर से लाठीचार्ज किया गया। इससे मुश्तईल लोगों ने पुलिस पर रोड़ेबाजी शुरू कर दी। पेट्रोल बम से भी नेपाल पुलिस पर हमला किया गया।

जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने तकरीबन तीन सौ राउंड से ज़्यादा फायरिंग की, इसमें एक भारतीय नौजवान की मौके पर ही मौत हो गई। छह दीगर भारतीय लोगों के अलावा दर्जनों मधेसी तहरीक करने वाले जख्मी हो गए। नेपाल पुलिस की गोली के शिकार बना नौजवान रक्सौल बीएसएनएल में काम कर रहे अशोक राम का बेटा आशीष उर्फ सोनू है। आशीष असला तौर से दरभंगा का रहने वाला है। भारतीय नौजवान की मौत की खबर के बाद सैकड़ों भारतीय लोग सरहद वाकेय कस्टम दफ्तर के नज़दिक आ गए।
एसएसबी और मुक़ामी पुलिस के अफसरों ने लोगों को नेपाल सरहद में जाने से रोक दिया। भारतीय लोग नौजवान के लाश को सौंपने की मांग करने लगे। भारतीय अफसरों से बातचीत के बाद लाश आशीष के अहले खाना लाने शाम में बीरगंज पहुंचे। एसएसबी डीआईजी संजय कुमार का कहना है कि पूरी हालात पर नजर रखी जा रही है। नेपाल अफसरों से बात हो रही है।

पीएम नरेंद्र मोदी ने भारतीय नौजवान की मौत पर गहरा गम का इज़हार किया। उन्होंने इस मामले में नेपाल के वजीरे आजम ओपी ओली से बात की और पूरे मामले पर जानकारी मांगी। मोदी ने इस मसले के हल के लिए मिलकर काम करने पर जोर दिया। इससे पहले भारत सरकार ने नेपाल के राजदूत दीप कुमार उपाध्याय को तलब कर भारतीय की मौत पर फिक्रमंद जाहिर की। वजीरे खारजा के तर्जुमान विकास स्वरूप ने ट्रांसपोर्टरों को अलर्ट रहने की सलाह दी।