काठमांडू
नेपाल में 25अप्रैल के लर्ज़ा ख़ेज़ ज़लज़ले में 7000 अफ़राद की हलाकतों के अलावा कई तारीख़ी इमारतें और क़दीम तरीन मुनादिर भी मुनहदिम होगए। इन में दुनिया की एक क़दीम तरीन बुध मंदिर स्वयंभूनाथ मंदिर भी शामिल है। मग़रिबी काठमांडू में एक पहाड़ी चोटी पर मौजूद 2000साल क़दीम लछावी दौर की इस बुध मंदिर को ज़बरदस्त नुक़्सान पहुंचा।
ताहम 7.9 शिद्दत के ज़लज़ले के बावजूद इसका असल सतून मज़बूत हालत में बरक़रार है। इस ताक़तवर ज़लज़ले से जिन में कर्मा बिहार ज्योति कीर्ति बिहार महा बिहार शांति पर प्राता पुर अनंत पर और मंजू श्री मंदिरों के अलावा तीन बुध ख़ानक़ाहें भी मुतास्सिर हुई हैं । स्वयंभूनाथ अस्तिवपा सब से ज़्यादा देखे जाने वाले सयाहती मुक़ामात में शामिल है।
बयान किया जाता है कि एक बुध भगत मंजू श्री ने काठमांडू शहर बिसाते वक़्त हज़ारों साल क़बल जुनूबी काठमांडू की झोबार पहाड़ी को काटते हुए इस मुक़ाम से झील बहने का रास्ता बनाया था।