मुस्लिम स्कॉलर और शिक्षित विद्वानों ने सोमवार को एक बैठक की जिसमे नेशनल एजुकेशन पालिसी 2016 को लेकर विमर्श हुआ .बैठक में आम राय से मुस्लिम समुदाय से जुड़े विद्वानों ने नयी शिक्षा नीति को मुस्लिम विरोधी बताया .इस कांफ्रेंस को आन्ध्र प्रदेश और तेलंगाना के माइनॉरिटी कमीशन द्वारा आयोजित किया गया था .
कमीशन चेयरमैन आबिद रसूल खान ,ELFU के प्रोफ़ेसर जहाँगीर ,साजिद अली ,डाक्टर फक्रुद्दीन ,मोहम्मद मुजीबुदीन ,अहमदुल्लाह और अजहरुद्दीन ने आम राय से कहा कि नयी शिक्षा नीति एक तरह से हिंदुत्व की विचारधारा को बढावा देने के मकसद से बनाया गया है .
बैठक में आये मुस्लिम समाज के विद्वानों का कहना था कि नई शिक्षा नीति में गुरुकुल सिस्टम का ज़िक्र है जोकि आधुनिक शिक्षा के लिहाज़ से सही नही है .
वही रसूल खान ने नई शिक्षा नीति पे बोलते हुयें कहा कि नेशनल एजुकेशन पालिसी 2016 देश के संविधान के बुनियादी वसूलो और धर्मनिरपेक्षता से कहीं मेल नही खा रहा है इसलियें इस पालिसी के तहत मुस्लिम शिक्षण संस्थानों के अधिकार सुरक्षित नही है
कांफ्रेंस में एजुकेशन पालिसी के मसौदा पे अपनी आपत्तियां को भेजने के लियें केंद्र से और समय की मांग की गयी है .