नेशनल कान्फ्रेंस का डूबती कशती से तक़ाबुल करते हुए बी जे पी ने आज चीफ़ मिनिस्टर जम्मू-कश्मीर उमर अब्दुल्लाह के अपनी फ़ैमिली के गढ़ गांदरबल नशिस्त को तर्क करदेने के फ़ैसले को इस रियासत में 6 साल की ग़लत हुक्मरानी के नताइज-ओ-अवाक़िब से फ़रार इख़तेयार करने की कोशिश क़रार दिया।
बी जे पी के रियासती सदर और जम्मू के एम पी जुगल किशवर शर्मा ने यहां अख़बारी नुमाइंदों को बताया कि उमर अब्दुल्लाह वाक़िफ़ हैं कि नेशनल कान्फ्रेंस और कांग्रेस मैदान खो चुके हैं जैसा कि दोनों पार्टीयों ने गुज़िश्ता छः साल में कारकर्दगी पेश करने में कामयाबी हासिल नहीं की।
ख़ुद चीफ़ मिनिस्टर अपनी नाकामी के नतीजे का सामना करने से दूर भाग रहे हैं। बी जे पी लीडर ने कहा कि एन सी डूबती कशती है जिस का कैप्टन उसे अब छोड़ चुका है। अगर लीडर ने दो महफ़ूज़ नशिस्तों का इंतेख़ाब करलिया है तो आप ख़ुद दीगर पार्टीयों क़ाइदीन की क़िस्मत का अंदाज़ा करसकते हैं।
चीफ़ मिनिस्टर उमर अब्दुल्लाह जिन्होंने 2008 में गांदरबल असेम्बली हलक़े से इंतेख़ाबात लड़े थे, अब आने वाले असेम्बली चनाव में बडगाम के बैरवा और श्रीनगर के सोनवार असेम्बली हलक़ों से इंतेख़ाब लड़ने का फ़ैसला किया है। गांदरबल उमर अब्दुल्लाह के लिए मज़ीद ख़ानदानी हलक़ा रहा है क्योंकि शेख़ मुहम्मद अब्दुल्लाह और फ़ारूक़ अब्दुल्लाह ने माज़ी में इसी हलक़े की नुमाइंदगी की थी।