नई दिल्ली:विकीपीडिया पर मुल्क के पहले वज़ीर ए आज़म जवाहरलाल नेहरू, उनके वालिद मोतीलाल नेहरू और उनके दादा गंगाधर को मुसलमान बताए जाने पर कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी की हुकूमत को आडे हाथों लिया है। कांग्रेस ने इस मुद्दे पर पीएम नरेंद्र मोदी से माफी मांगने को कहा है।
कांग्रेस तरजुमान रणदीप सुरजेवाला ने बुध के रोज़ प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा कि जवाहरलाल नेहरू के विकीपीडिया पेज को हैक करके उन्हें मुस्लिम बताने की कोशिश की गयी है।
उन्होंने इल्ज़ाम लगाया गया कि विकीपीडिया पेज पर मुल्क के पहले पीएम पंडित जवाहर लाल नेहरू, उनके वालिद मोतीलाल नेहरू और उनके वालिद गंगाधर से जुडी मालूमात को मोदी सरकार के एक हैकर के जरिए बदल दिया गया।
इसमें नेहरू खानदान को मुसलमान बताने की कोशिश की गई है। कांग्रेस ने इसके लिए सरकारी महकमा एनआईसी को जिम्मेदार ठहराया है। सुरजेवाला ने कहा कि इंटरनेट प्रोटोकॉल एड्रेस के जरिए पता चलता है कि ऐसा हुकूमत ए हिंद के लिए सॉफ्टवेयर प्रोवाइड कराने वाले एनआईसी (नेशनल इन्फॉर्मेटिक्स सेंटर) की तरफ से किया गया।
सुरजेवाला के मुताबिक, पंडित नेहरू जो भी थे, लेकिन पहले हिंदुस्तानी थे। सुरजेवाला ने कहा, क्यों हुकूमत ए हिंद को सॉफ्टवेयर देने वाली कंपनी की आईडी से मुल्क के पहले पीएम के मज़हब को बदलने की कोशिश की गई! क्या एनआईसी संघ परिवार का घिनौना एजेंडा लागू करने का काम कर रही है! क्या पहले पीएम नेहरू का धर्मांतरण करने के लिए पीएम मोदी माफी मांगेंगे! क्या इस मामले में एफआईआर दर्ज की जाएगी!
आपको बता दें कि विकीपीडिया पर जानकारी को एडिट करके मुल्क के पहले वज़ीर ए आज़म जवाहरलाल नेहरू और उनके दादा को मुस्लिम बताया गया था। मामला 26 जून को सामने आया था। खास बात यह है कि जिस सिस्टम से इत्तेलात को एडिट किया गया, उसका आईपी एड्रेस सरकारी इदारे का था।
हंगामा बढने के बाद गलत इत्तेलात को दुरूस्त किया गया। मगर कांग्रेस इस मामले भाजपा सरकार को बख्शने के मूड में दिखाई नहीं दे रही हैं, इससे सियासत गरमाती जा रही है।