एक प्लान के तहत अफ़्ग़ानिस्तान में नैटो की निगरानी में तामीर किए जाने वाले मुख़्तलिफ़ हवाई अड्डे काबुल हुकूमत की तहवील में दिए जाएंगे। काबुल हुकूमत इन हवाई अड्डों से मुल्क की इक़तिसादी तरक़्क़ी में बेपनाह इज़ाफे़ की तवक़्क़ो कर रही है।
मग़रिबी दिफ़ाई इत्तिहाद नैटो ने अफ़्ग़ानिस्तान के तूलो अर्ज़ में दो बिलीयन डॉलर की लागत से कम अज़ कम आठ हवाई अड्डे तामीर किए थे। इन छोटी बड़ी काबिले इस्तेमाल एयर फ़ील्ड्स पर मज़ीद तामीर से उन्हें शानदार हवाई अड्डों में बदला जा सकता है।
इन हवाई अड्डों को काबुल हुकूमत के कंट्रोल में दिए जाने के प्रोजेक्ट के इंचार्ज साबिक़ा रुक्न पार्लीयामेंट मुहम्मद दाऊद सुलतान ज़ई हैं। सुलतान ज़ई का ख़्याल है कि ये हवाई अड्डे अगर मुकम्मल हवाई अड्डों की सूरत अख़्तियार कर लेते हैं तो ये क़ाबुल हुकूमत के लिए सिल्क रोड से कम नहीं होंगे।
शहरों के दरमयान रास्ते हालिया तबदीलीयों के बावजूद ख़तरनाक होने की वजह से हवाई अड्डे सफ़र का मोस्सर ज़रीया बन सकते हैं। सुलतान ज़ई के मुताबिक़ इन हवाई अड्डों से जुनूबी एशिया और वस्ती एशिया के मुख़्तलिफ़ शहरों के दरमयान भी राबिते बहाल हो सकेंगे।