हैदराबाद 08 फ़बरोरी: आंध्र प्रदेश में कारसाज़ी की सनअत के क़ियाम से मुताल्लिक़ दो दहों तक छाई रही मायूसियों , तनाज़आत और रुका टों के बाद अब जापान के सब से बड़ी ऑटो कंपनी असोज़ो मोटर्स लिमिटेड ने सिरी सिटी एस ई ज़ेड में कारसाज़ी की सनअत क़ायम करने का फैसला करलिया है । अब ये सनअत 2 बिलियन अमरीकी डालर की लागत से क़ायम की जाएगी जिस में SUVs और MPVs के बिशमोल वसी तर रेंज की मोटर गाड़ियां तयार की जाएंगी ।
कंपनी की तरफ से पहले मरहले में 2000 करोड़ रुपये ख़र्च किए जाएंगे जिस को देढ़ साल में पूरा करलिया जाएगा जबके माबाक़ी सरमाया कारी बादअज़ां मरहले वार तौर पर की जाएगी । रियासत आंध्र प्रदेश के इस ख़ाब की ताबीर अब पूरी होरही है । रियासत की तरफ से पिछ्ले 20 साल से एक आलमी मीआर के मोटर साज़ कंपनी के लिए एक कार प्लांट के क़ियाम के लिए सख़्त जद्द-ओ-जहद की जा रही थी इस ख़सूस में हुकूमत आंध्र प्रदेश और सिरी सिटी और असोज़ो मोटर्स ISUZU Motors के दरमियान मुआहिदा हैदराबाद में 15 मार्च को तए पाएगा ।
आंध्र प्रदेश तवील अर्सा से कार प्लांट के लिए कोशां था लेकिन इस बारे में साबिक़ हुकूमतों की कोशिशें कारगर साबित नहीं हुईं । 1990 से ही हुकूमत ने कार प्लांट का मंसूबा बनाया था । एन चंद्राबाबू नाएडव ने 1995 में चीफ मिनिस्टर की हैसियत से जायज़ा लिया तो उन्हों ने रियासत को आलमी इन्फॉर्मेशन टैक्नालोजी के नक़्शे में नुमायां मुक़ाम अता किया लेकिन वो कार प्लांट के क़ियाम को यक़ीनी बनाने में नाकाम रहे ।
मलाईशीया की कारसाज़ कंपनी प्रोटोन ने 1997 में पूरी संजीदगी से कार प्लांट क़ायम करने की तजवीज़ पेश की लेकिन ये पराजकट शुरू नहीं होसका । डाक्टर राज शेखर रेड्डी जिन्हों ने 2004 में रियासत की बागडोर सँभाली इस सिलसिले में संजीदा कोशिशें की और वो लुक्स वयागन को तरग़ीब दी गई जिस ने उस वक़्त अपने हिन्दुस्तानी प्लांट के लिए मुक़ाम की तलाश शुरू की लेकिन विशेषता वाहन जो जर्मन की ऑटो साज़ कंपनी की नुमाइंदगी करती है मुज़ाकरात के दौरान मुबयना तौर पर फ़रेब कारी से काम लिया तो इस पराजकट को मंसूख़ करदिया गया । हाल ही में फ़्रांस की ऑटो साज़ कंपनी Pengeot ने भी रियासत में प्लांट क़ायम करने में अपनी दिलचस्पी दिखाई लेकिन ये कंपनी बादअज़ां टामलनाडो मुंतक़िल की गई ।
ज़राए ने कहा कि ISUZU Motors इस पराजकट के लिए सिरी सिटी में 100 अकर अराज़ी हासिल करेगा और पहले मरहले में ये पराजकट 2015 तक काम करना शुरू करेगा जिस से तवक़्क़ो है कि 2000 रोज़गार के मवाक़े पैदा होंगे । इब्तिदा में ये प्लांट तवक़्क़ो है कि 50,000 गाड़ियां सालाना तयार करेगा । यहां स्पोर्टस के लिए (SUVs) काम आने वाली कारें बनाई जाएंगी । इस के अलावा मल्टी परपज़ व्हीकल्स हमा मक़सदी मोटर गाड़ियां (MPVs) और वयानस भी तयार किए जाएंगे । ये कंपनी बाद के दिनों में कारें भी तयार करेगी । सब से पहले अंदरून-ए-मुल्क इस्तिमाल के लिए मोटर गाड़ियों को तयार किया जाएगा क्यों कि मुल्क में SUVs और MPVs की फ़रोख़त में इज़ाफ़ा होरहा है ताहम ये कंपनी बैरूनी मार्किटस के लिए भी नए प्लांट से मोटर गाड़ियां बरामद करेगी । ज़िला चित्तूर में वाक़्ये और चेन्नाई से करीब सिरी सिटी जहां उस वक़्त 100 कंपनियां क़ायम होने की तवक़्क़ो है ISUZU प्लांट ही सब से बड़ा प्लांट होगा।