नॉर्थ कोरिया को रुस का कड़ा संदेश, संभल जाए नहीं तो भुगतना पड़ेगा

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मॉस्को । नॉर्थ कोरिया के उकसाऊ परमाणु गतिविधियों को लेकर रूस ने कड़ा रुख अपनाया है। रूस ने नॉर्थ कोरिया को कड़े लफ्जों में चेतावनी दी है। रूस ने कहा कि नॉर्थ कोरिया परमाणु गतिविधियों को लेकर नहीं संभला तो वह अटैक सहने के लिए तैयार रहे। रूसी विदेश मंत्रालय ने नॉर्थ कोरिया को लिख कर चेतावनी दी है। रूस ने कहा है कि नॉर्थ कोरिया आक्रामक परमाणु रुख पर कायम रहा तो उसे भुगतना पड़ेगा। नॉर्थ कोरिया ने सोमवार को साउथ कोरियाई और अमेरिकी सेना के साझा अभ्यास पर परमाणु हमले की चेतावनी दी थी।

रूस ने कहा, ‘अगर नॉर्थ कोरिया परमाणु हमले को लेकर सार्वजनिक तौर पर चेतावनी देता है तो उसे स्वीकार नहीं किया जाएगा।’ रूसी न्यूज एजेंसी TASS के जरिए यह बयान जारी किया गया है। रूस ने बयान में कहा है, ‘नॉर्थ कोरिया को कोई मुगालते में नहीं रहना चाहिए। यदि वह इस तरह की धमकी देता है तो उसे इंटरनैशनल कम्युनिटी बर्दाश्त नहीं करेगा। वह खुद का इसकी जमीन तैयार कर रहा है कि उसके घर में लोग हमले करें। नॉर्थ कोरिया अपने ही रवैये से इंटरनैशनल हमले को बुलावा दे रहा है।’ इसके साथ ही रूस ने साउथ कोरिया और अमेरिका की भी अप्रत्याशित सैन्याभ्यास के लिए आलोचना की है। रूस ने कहा कि इस इलाके में ऐसी गतिविधियां चिंताजनक हैं।

उत्तर कोरिया ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका को धमकी देते हुए कहा था कि यदि वे दोनों देश सोमवार से शुरू होने वाले संयुक्त सैन्य अभ्यासों को आगे बढ़ाते हैं तो वह उन पर ‘अंधाधुंध’ परमाणु हमले बोल देगा। ‘न्याय के लिए एहतिहातन परमाणु हमले’ की यह धमकी उत्तर कोरिया के शक्तिशाली नैशनल डिफेंस कमिशन ने एक बयान में कोरियन पीपल्स आर्मी के उच्चतम कमांड के हवाले से दी थी।

इस धमकी से कुछ ही दिन पहले संयुक्त राष्ट्र के उत्तर कोरिया पर लगाए गए नए कड़े प्रतिबंधों के जवाब में नेता किम जोंग-उन ने देश के परमाणु हथियारों के जखीरे को ‘किसी भी क्षण’ इस्तेमाल करने के लिए तैयार रखने को कहा था। ये प्रतिबंध उत्तर कोरिया की ओर से जनवरी में किए गए चौथे परमाणु परीक्षण और बीते महीने किए गए लंबी दूरी के रॉकेट प्रक्षेपण के कारण लगाए गए थे।

प्योंगयांग पहले भी परमाणु हमले की कई बार चेतावनी दे चुका है। यह चेतावनी आम तौर पर कोरियाई प्रायद्वीप में बढ़े हुए सैन्य तनाव के दौरान दी जाती रही हैं। नैशनल डिफेंस कमिशन ने दक्षिण कोरिया और अमेरिका के वार्षिक सैन्य अभ्यासों को ऐसा ‘खुला परमाणु युद्ध अभ्यास’ करार दिया, जिससे उत्तर कोरिया की राष्ट्रीय संप्रभुता को खतरा है। कमिशन ने इसके जवाब में पुरजोर तरीके से आक्रमण का संकल्प लिया।

उत्तर कोरिया की आधिकारिक समाचार एजेंसी केसीएनए के बयान में कहा गया, ‘अंधाधुंध परमाणु हमला…उग्रता और युद्ध के लिए उत्सुक लोगों को उत्तर कोरिया की सैन्य क्षमता स्पष्ट तौर पर दिखा देगा।’ कोई भी हमला सिर्फ कोरियाई प्रायद्वीप के सक्रिय ठिकानों को ही निशाने पर नहीं लेगा, यह मुख्य भूभाग और एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिकी ठिकानों पर भी निशाना साधेगा।