नोटबंदी: अब बैंको में पैसे जमा करने लिए भी करना होगा महीनों इंतजार

मुंबई। 500 और 1000 के नोट बंद कर दिए जिसके बाद देश की जनता को जहां खुद के पैसे निकालने में दिक्कत हो रही है वहीं अब उसे खुद के पैसे जमा करने में भी परेशान होना पड़ सकता है। बैंको में पैसा जमा करवाने वाली कैश डिपोजिट मशीनें (सीडीएम) आने वाले छह सप्ताह तक काम नहीं करेंगी।

आपको बता दें कि एटीएम की तरह ही कैश डिपोजिट मशीनें भी काम करती हैं। कैश डिपोजिट मशीन को अभी नई भारतीय मुद्रा को पहचानने में समय लगेगा। सीडीएम को बैंकिंग एक्सपर्ट नई करेंसी अपनाने के लिए तैयार करेंगे। साथ ही कैश डिपोजिट मशीनों में नकली मुद्रा की पहचान करने के लिए भी तैयार किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया में कर्ई सप्ताह या कुछ महीने लग जाएंगे।
एटीएम बनाने वाली कंपनी एनसीआर के सीईओ नावरोज दस्तूर कहते हैं कि हमें कैश डिपोजिट मशीन को आरबीआई की नई करेंसी प्राप्त करने और नकली नोटों की पहचान के लिए तैयार करना होगा। इस प्रकिया में करीब 6 सप्ताह का समय लग जाएगा। कैश डिपोजिट मशीन बैंक एग्जीक्यूटिव की ही तरह नोटों को गिन सकती है, इसका मूल्य जान सकती है और इसकी प्रमाणिकता को भी चेक कर सकती है। इन सीडीएम में बैंकिंग का नया सिस्टम अपलोड करने के लिए इसके डवलपर्स को भारत आना होगा। उसके बाद एक नया प्रोग्राम इन मशीनों में डाला जाएगा।
देशभर में करीब 30 हजार कैश डिपोजिट मशीनें हैं। ये सभी मशीनें इंटरनेशनल मेन्युफेक्चर्स से इम्पोर्ट की गई हैं। इन इंटरनेशनल कंपनियों के इंजीनियरों को मशीनों को रिसेट करने के लिए आना होगा। अभी इन कैश डिपोजिट मशीनों में सिर्फ 50 और 100 के नोट ही जमा करवाए जा सकते हैं।