प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बडे नोट बंद करने की घोषणा आम जनता के लिये तो परेशानी क सबब बनी है वही ये आतंकवादी समूह के बीच भी खलबली मच गई है। आतंकी अब पुराने नोट बदलवाने की कोशिशों में जुटे हैं। सूत्रों ने बताया की कुछ छोटे आतंकी समूह ने पुराने नोटों के साथ म्यांमार जैसे पड़ोसी देशों में डेरा जमा लिया है।
रिपोर्टों के मुताबिक पूर्वोत्तर में आतंक की अर्थव्यवस्था 350 से 400 करोड़ रुपए से भी ज्यादा की है। असम के कोकराझार और चिरांग जिलों के अधिकारियों ने बताया कि यहां बोडोलैंड में एनडीएफबी समूह काफी सक्रिय हैं, इसलिए वे बैंकों में हो रहे लेन-देन पर नजर रखे हुए हैं। हालांकि अब तक ऐसा कोई मामला दर्ज नहीं हुआ है।
सूत्रों के अनुसार, एनडीएफबी जैसे आतंकी गुटाें की कोशिश उन लोगों से नोट बदलवाने में लगा है जिनके पास बैंक अकाउंट है। बैंकों में लगी कतार में ऐसे कई लोग देखे जा सकते हैं। खुफिया विभाग के सूत्रों ने कहा, ‘हम बैंकों में होने वाले संदिग्ध लेन-देन पर कड़ी नजर रख़े हुए हैं। यह ऑपरेशन ऑल आउट के निशाने पर रह चुका है।’