भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने एक बार फिर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला है। शिवसेना ने नोटबंदी को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है और उनके इस फैसले की तुलना इंदिरा गांधी के आपातकाल वाले फैसले से कर दी है।
शिवसेना के प्र्वक्ता और सांसद संजय राउत ने मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में कहा है कि पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के योगदान को सिर्फ आपातकाल लगाने की वजह से भूला नहीं जा सकता है।
1975 के फैसले की वजह से इंदिरा गांधी ने देश को जो योगदान दिया है उसे भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी लोकतंत्र की समर्थक थीं और उन्होंने 1977 में आपातकाल खत्म करके चुनाव कराया था, जिसमे वह हार गई थीं।
इस लेख में नोटबंदी का जिक्र करते हुए संजय राउत ने कहा है कि नोटबंदी के ऐलान के बाद देश में ऐसे ही हालात बन गए हैं जैसे आपातकाल के दौरान थे। संजय राउत ने कहा कि नोटबंदी ने लोगों का रोजगार छीना, लोगों की जानें गईं, इतना सब होने के बाद नोटबंदी और आपातकाल में कोई फर्क नहीं बताया जा सकता।
राउत ने कहा कि जिस दिन इंदिरा गांधी ने आपातकाल लगाया उसे काला दिन माना जाता है तो जिस दिन नोटबंदी का ऐलान किया गया उसे भी काला दिन माना जाना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से देश की अर्थव्यवस्था में अराजकता आ गई थी।
कई लोगों का पैसा डूब गया, नौकरी चली गई क्योंकि 500 और 1000 रुपए के नोट रातोरात बंद कर दिए गए। इस फैसले से देश को काफी नुकसान पहुंचा है।