नोटबंदी का फायदा उठाने की फ़िराक में बीजेपी यूपी में करा सकती है फरवरी में चुनाव

उत्तर प्रदेश: नोटबंदी के गर्म और ताज़ा मुद्दे का फायदा बीजेपी उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनावों में भुनाने की पूरी ताक में है। जिसके चलते उन्होंने राज्य में फरवरी में होने वाली बोर्ड की परीक्षाओं से पहले चुनाव चाहती है। बीजेपी का मानना है कि इस वक़्त के दौरान अगर यूपी में चुनाव हुए तो उससे बीजेपी को बहुत फायदा होगा। बीजेपी के कई नेताओं का कहना है कि वे ऐसा इसलिए चाहते हैं क्योंकि नोटबंदी का असर कुछ इस तरह हुआ है की प्रधानमंत्री मोदी की लोकप्रियता बढ़ गई है।

इसलिए अगर बोर्ड की परीक्षाओं  से पहले होते हैं तो हम चुनाव आसानी से जीत लेंगे क्योंकि तब तक मोदीजी के कालेधन और भ्रष्टाचार के खिलाफ उठाये गए क़दमों के सराहना जोरों-शोरों से हो रही होगी। मार्च महीने के अंत तक चुनावों का इंतज़ार करना बहुत जोखिम भर हो सकता है क्योंकि दो-तीन महीने बाद नोटबंदी के असर को ना तो राज्‍य और ना केंद्रीय नेतृत्‍व जान पाएगा। यूपी की सेकेंडरी एजुकेशन बोर्ड ने केंद्र को परीक्षाओं का टाइम-टेबल भी बता दिया है जोकि 18 फरवरी से 22 मार्च के बीच होगी। सूत्रों का कहना है कि अगर बीजेपी फरवरी में चुनाव चाहती है तो नाव आयोग को अगले कुछ दिन में तारीखों का एलान करना होगा।