नई दिल्ली: 8 नवंबर से देश में हुई नोटबंदी के असर और माहौल की खबर लेने के लिए केंद्र सरकार ने कई राज्यों में कुछ अधिकारियों की टीम को संगठित कर लोगों से इस मुद्दे पर जानकारी लेने का काम सौंपा गया था। जिसमें सरकार को पता लगा कि जनता उनके फैसले से सहमत तो है लेकिन उनके इस कदम को उठाने के तरीके और वक़्त को गलत बताया।
यह रिपोर्ट वित्त मंत्रालय को पिछले हफ्ते दी गई है। लोगों का कहना है कि चाहे हम दिन-रात लंबी लंबी कतारों में खड़े होना पड़ रहा है लेकिन मोदी जी एक इस कदम में उनके साथ है क्योंकि उन्होंने अच्छा काम किया है। देश के कई हिस्सों में लोगों ने कहा कि वह इस वक़्त ये परेशानियां झेलने को तैयार हैं क्योंकि आने वाले वक़्त में इसके अच्छे नतीजे ही सामने आएंगे। हालांकि नोटबंदी के बाद से कैश की कमी को अभी सरकार पूरा नहीं आकर पा रही है, एटीएम से भी पैसे नहीं निकल पा रहे हैं और कुछ एटीएम मशीने खराब चल रही है।
इसके साथ छोटे और बड़े दोनों तरह के व्यापारियों के बिज़नेस पर बुरा असर हुआ है। इस सब में किसान सब से ज्यादा परेशान हैं क्योंकि यह वक़्त किसानों के लिए बुवाई का है और पैसे न होने के कारण जो मुमकिन नहीं हो पा रहा। किसानों की मदद के लिए सरकार को जल्द ही कुछ कदम उठाने होंगे वर्ना उनके हालात बदतर हो जाएंगे।