कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने नोटबंदी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखे हमले करते हुए इसे एक बड़ा घोटाला करार दिया और कहा कि उन्होंने चुनिंदा उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने और ‘अपने मित्रों’ के काले धन को सफेद करने के लिए यह कदम उठाया और देश के युवाओं, किसानों, छोटे दुकानदारों और महिलाओं को भारी नुकसान पहुंचाया।
गांधी ने गुरूवार को यहां पार्टी मुख्यालय में एक विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मोदी ने नोटबंदी का कदम गलती से नहीं बल्कि जानबूझकर उठाया था।
नोटबंदी का उद्देश्य कालाधन, जाली नोट और आतंकवाद को खत्म करना बताया गया था लेकिन पूरा का पूरा धन बैंकों में वापस आ गया है जिससे साफ है कि नोटबंदी फेल हो गई है। उन्होंने कहा कि नोटबंदी कोई गलती नहीं, बल्कि गरीबों पर आक्रमण था।
राहुल गांधी ने नोटबंदी के बाद आरबीआई द्वारा जारी आंकड़ों का हवाला देकर कहा कि नोटबंदी जानबूझकर गरीबों के पैर में मारी गई कुल्हाड़ी थी।
राहुल ने पीएम मोदी को आड़े हाथों लेते हुए यहां तक कहा कि उन्होंने देश की अर्थव्यवस्था बिगाड़ दी और अरुण जेटली लंबे-लंबे ब्लॉग लिख रहे हैं। उन्होंने कहा कि नोटबंदी कोई गलती नहीं बल्कि भाजपा शासन की जानबूझकर की गई साजिश है।
उन्होंने कहा, ‘‘जो हवाई जहाज 520 करोड़ रुपए में मिल सकता है, उसके लिए आपने 1600 करोड़ रुपए की डील की। ये किसे फायदा पहुंचाने के लिए हुआ? देश जानना चाहता है कि अनिल अंबानी और मोदी जी ने क्या डील की है?’’
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि वास्तव में नोटबंदी का मकसद देश के 15 – 20 सबसे बड़े ‘क्रोनी कैपिटलिस्ट’ को लाभ पहुंचाना था। इन उद्योगपतियों पर भारी एनपीए था और प्रधानमंत्री ने नोटबंदी के जरिए देश की जनता का पैसा लेकर उनकी जेब मे डाला।
मोदी के मित्रों ने कालेधन को सफेद किया। इस संदर्भ में उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह गुजरात के जिस सहकारी बैंक के निदेशक है उसमें नोटबंदी के दौरान 700 करोड़ रुपए बदले गए।
नोटबंदी से पहले भाजपा ने सभी जिलों में अपने कार्यालय बनाएं। गांधी ने मोदी पर तंज करते हुए कहा कि वह ठीक कहते हैं कि देश में 70 साल में कुछ नहीं हुआ।
असल में 70 साल में जो कोई नहीं कर पाया वह, मोदीजी ने नोटबंदी करके कर दिया। किसानों, युवाओं, छोटे दुकानदारों और महिलाओं का पैसा छीन कर चुनिंदा उद्योगपतियों को दे दिया गया।