नोटबंदी: जनता बेहाल, भगवान् मालामाल, मंदिरों में चढ़ने वाले दान में तेजी से हो रहा इजाफा

महाराष्ट्र: केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 के पुराने नोट बंद करने के बाद देश की जनता को चाहे भारी नुक्सान हुआ हो लेकिन इसका सबसे फायदा हुआ है भगवान् को। नोटबंदी के बाद अमीरों ने सोचा कि कालेधन के पैसे को अब भगवान् को चढ़ा दिया जाए। देश के कई हिस्सों में लोगों के द्वारा मंदिरों में पैसे दान में देने की खबरें सामने आ रही है। अमीर जनता अपना कालाधन छिपाने के लिए मंदिरों-दरगाहों की दानपेटियों में लोग 500-1000 के पुराने नोट डाल रही हैं।

जिसका ताजा मामला सामने आया है महाराष्ट्र के मशहूर श्री सिद्धिविनायक मंदिर का। इस मंदिर में वैसे तो दान देने वालों की कोई कमी नहीं है लेकिन 8 नवंबर के बाद मंदिर को मिलने वाला दान 50 प्रतिशत दोगुना हो गया है।

मंदिर के चेयरमैन नरेंद्र राणे ने इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत के दौरान बताया कि इस नोटबंदी के बाद दानपेटी में दान बढ़ गया है और आमतौर पर 35-40 लाख से बढ़कर इस बार दानपेटी से 60 लाख रुपये मिले हैं।

उनका मानना है कि ऐसा नोटबंदी के कारण ही हुआ है और कल जब दानपेटी से पैसे निकाले गए तो उसमें 500 के 3500 पुराने नोट और 1000 के 1100 पुराने नोट मिले हैं जिसका मतलब मंदिर ने लोगों ने 500-1000 के नोटों के रूप में 27.50 लाख रुपये दान में चढ़ाये हैं। राणे ने कहा कि अब वह दानपेटी में पड़े पैसों को रोज गिना करेंगे।