नोटबंदी के 10 दिन बाद कल फिर से एसबीआई के कर्मचारी की नागपुर में मौत हो गयी।एएनआई के अनुसार राजेश महाराष्ट्र की एसबीआई अम्भाजारी ब्रांच में काम करता था। लोगों की मौत की प्रमाणिक संख्या अभी तक पता नहीं चल पाई लेकिन हफ्फिंगटन वेब पोर्टल के आंकड़ों को अनुसार देश में अब तक 55 मौत हो चुकी हैं जिसमे से ज़्यादातर बैंक की कतार में खड़े लोग और कुछ गृहणियाँ है।
न्यूज़ एजेंसी आईएएनएस ने शुक्रवार को कहा की कम से कम 42 म्रत्यु आत्महत्या और दिल के दौरे से हुई हैं।गुरुवार को नई दिल्ली में एक संयुक्त रैली के दौरान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वेस्ट बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी ने जनता की मौत पर केंद्र पर हमला किया और साथ ही नोटबंदी के फैसले को तीन दिन के अंदर वापस लेने की भी मांग की।इसी दिन संसद में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ग़ुलाम नबी आजाद ने बैंको के और एटीएम के बाहर कतारों में खड़े लोगो की तुलना उरी हमले में शहीद हुए सैनिकों से की।इस टिप्पणी ने कांग्रेस और बीजेपी के बीच की नोटबंदी पर राजनीती को और सशक्त कर दिया है।