नोटबंदी ‘प्रसव पीड़ा’ की तरह है, खुशी बाद में मिलेगी: केंद्रीय मंत्री

नई दिल्ली: केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने दिल्ली भाजपा के आईटी सेल की ओर से आयोजित समारोह में यह टिप्पणी की कि नोटबंदी से हो रही परेशानी ‘प्रसव पीड़ा’ की तरह है. कहा कि इसका परिणाम बच्चे के जन्म की तरह ही सुखदायी होगा.

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प्रदेश 18 के अनुसार, इस समारोह में भाजपा नेता ने इस बात पर जोर दिया कि नोटबंदी से देश को नकदी रहित अर्थव्यवस्था में बदलने का किस तरह का मौका है. हालांकि प्रसाद ने कहा कि नोटबंदी के पीछे सरकार का मकसद नकदी रहित नहीं बल्कि कम नकदी है.
उन्होंने संसद को काम नहीं करने देने के लिए विपक्ष की आलोचना की.
भाजपा नेता ने माना कि नोटबंदी से आम लोगों को लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. लेकिन यह पीड़ा उस पीड़ा की तरह है जो एक महिला प्रसव के दौरान झेलती है. अंतत: सभी को उसी तरह खुशी का एहसास होगा जैसा कि बच्चे के पहली बार रोने पर होता है.

उन्होंने अपनी पार्टी की छवि बचाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए कहा कि पीएम के विदेश दौरे से भारत का वैश्विक समुदाय में कद ऊँचा होगा.
बैंकों में जमा कराई गई राशि पर उन्होंने बताया कि इसका इस्तेमाल भारतीय सेना को मजबूत बनाने में निवेश करने, किसानों, छोटे व्यापारियों की मदद करने और सड़कें बनाने में किया जाएगा. इस फैसले से ‘नक्सलियों एवं आतंकवादियों’ को काफी परेशानी होगी.

बता दें कि बीजेपी के इस कदम पर आम आदमी पार्टी के नेता व दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने विरोध प्रकट किया था.