नोटबंदी: बैंक में वर्क प्रेशर के कारण कैशियर ने लगाई फांसी

गुजरात: नोटबंदी के फैसले के बाद से ही बैंक कर्मियों के ऊपर काम का प्रेशर काफी बढ़ गया. गुजरात के बनासकांठा इलाके में एसबीआई के एक कर्मचारी ने खुदकुशी उस वक़्त कर लिया जब उसपर बैंक के कार्यो का अत्यधिक दबाव था. परिजनों का भी कहना है कि वर्क प्रेशर की वजह से बैंक कर्मी ने इतना बड़ा कदम उठाया.

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वनइंडिया के अनुसार, पुलिस इंस्पेक्टर जे जी चावड़ा ने बताया कि, बनासकांठा के थराद निवासी प्रजापति राजस्थान के बाड़मेर के रहनेवाले हैं. वह थराद में एसबीआई ब्रांच में पिछले डेढ साल से कैशियर की नौकरी कर रहे थे. पुलिस का कहना है कि प्रेम शंकर प्रजापति की खुदकुशी के कारण के बारे में अभी पूर्ण रूप से कुछ कहा नहीं जा सकता. क्योंकि उनकी खुदकुशी की वजह की अभी तक कोई पुख्ता जानकारी नहीं मिली है, और कोई सुसाइड नोट भी नहीं मिला है.

वहीँ प्रेम शंकर प्रजापति की पत्नी मंजुला ने कहा, मेरे पति बैंक से आने के बाद रोज टेंशन में रहते थे, वे कहते थे कि बैंक में बहुत ज्यादा वर्क प्रेशर है, वह टेंशन की वजह से बहुत ज्यादा बात भी नहीं करते थे, और परेशान रहते थे.

गौरतलब है कि बनासकांठा के थराद निवासी प्रेम शंकर प्रजापति एसबीआई के स्थानीय ब्रांच में कैशियर थे. 33 वर्षीय के प्रजापति ने रविवार को घर के पंखे से फांसी लगाकर जान दे दी. नोटबंदी के फैसले के बाद न जाने ऐसे कितनी घटनाएँ सामने आई हैं लेकिन सरकार की आँखें कब खुलेगी ये समझ से परे है.