नई दिल्ली: देश में नोट बैन के बाद कैश को लेकर हो रही दिक्कतों पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री एम वेंकैया नायडू ने कहा है कि जब ऐसे क्रांतिकारी फैसले लिए जाते हैं तो उन्हें पूरी तरह से लागू करने के लिए कुछ उतार चढ़ाव तो आते हैं। लेकिन हमें दूर की बात सोचनी चाहिए कि आज उठाये इस कदम से हमें आने वाले वक़्त में कितना फायदा होगा।
लोगों का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी का ऐसा फैसला अचानक से नहीं लेना चाहिए था लेकिन अगर ऐसा नहीं होता तो गलत तरीके से पैसा कमाने वाले और कालाधन इक्क्ठा करने वाले लोग सावधान हो जाते और इसका फायदा उठाते। नायडू का कहना है कि पाकिस्तान लगातार आतंकवादियों को पैसा दे रहा है, संरक्षण दे रहा है।
भारत में 20 लाख करोड़ रुपए के फर्जी नोट चल रहे हैं जोकि देश की इकॉनमी के लिए हानिकारक है और उसे कमजोर कर रहा है। मोदीजी के इस कदम से आतंकवादियों, माओवादियों के अभियानों पर जरूर शिकंजा कसा गया है क्योंकि देश के खिलाफ ये लोग कालेधन से ही अपनी गतिविधियों को चलाते हैं।
नोटबंदी के अचानक लिए फैसले से आम जनता को हो रही परेशानियों के बारे में पूछे जाने पर नायडू ने कहा कि सरकार जानती है कि लोग बैंकों और एटीएम में लंबी-लंङ्गी कतारों में खड़े हैं, उन्हें काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
लेकिन सरकार अगर लोगों को इस कदम के बारे में पहले ही चेता देती तो आप समझ सकते हैं इसका क्या नतीजा होता। जिनके पास कालेधन के रूप में पैसे पड़े थे वे उसे ठिकाने लगा लेते। नोटों की आपूर्ति के बारे में उन्होंने कहा कि आरबीआई ने हमें बताया है कि नोट छापने की प्रक्रिया में 21 दिन लगते हैं औेर तब नोटों को एक जगह से दूसरी जगह तक ले जाया जाता है।