नोटबंदी से ईमानदार लोगों को होगा भारी नुकसान: पूर्व पीएम मनमोहन सिंह

नई दिल्ली: जाने माने अर्थशास्त्री एवं भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की नोटबंदी के फैसले का आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने एक अरब से अधिक भारतीयों का विश्वास तोड़ा है. उनहोंने यह भी कहा कि इस फैसले से ईमानदार हिंदुस्तानियों को ‘भारी नुकसान’ का सामना करना पड़ेगा, तथा ‘बेईमान’ यानि काला धन जमा करने वाले ‘हल्की-सी चोट के बाद’ बच निकलेंगे.

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बीबीसी के अनुसार, ‘द हिंदू’ में शुक्रवार को प्रकाशित लेख में पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा है कि नोटबंदी से सकल घरेलू उत्पाद यानी जीडीपी और नई नौकरियों में कमी आएगी, जनता को आने वाले महीनों में कठिनाइयों का काफी सामना करना पड़ेगा. जिसका सोशल मीडिया में जमकर चर्चा हो रही है. बता दें कि इससे पूर्व 24 नवंबर को भी मनमोहन सिंह ने संसद में अपने बयान के दौरान नोटबंदी के फैसले को ‘संगठित लूट’ बताया था.
हालांकि उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की, टैक्स चोरी रोकने और आतंकवादियों द्वारा नकली नोटों के इस्तेमाल को खत्म करने की मंशा की तारीफ़ भी की और कहा कि इसके लिए उन्हें खुले दिल से समर्थन करना चाहिए.

लेखक चेतन भगत ने ट्वीट कर बताया कि , भारत में कोई भी अर्थशास्त्री के रूप में मनमोहन सिंह की योग्यता पर शक नहीं कर सकता. नोटबंदी पर बहुत अच्छा लेख है.

पत्रकार सुहासिनी हैदर ने भी मनमोहन सिंह के लेख का जिक्र करते हुए ट्वीट किया, ये ग़लतफ़हमी है कि सारी नक़दी काला धन है और सारा काला धन नक़दी के रूप में है.

वहीँ राजगोपाल सिंह ने पूर्व प्रधान मंत्री के बयान पर सवालिया लहजे में ट्वीट कर पूछा कि, क्या मनमोहन सिंह को ये नहीं बताना चाहिए कि वो 2 प्रतिशत के आंकड़े पर कैसे पहुँचे.

गौरतलब है कि ये लेख ट्विटर हैंडल @yprajesh से लिखा गया है, जिसमे मनमोहन कहना है कि जीडीपी में 2 प्रतिशत कमी आयेगी, जबकि वित्त राज्यमंत्री अर्जुन मेघवाल का कहना है कि जीडीपी 2 प्रतिशत बढ़ेगी. अब ये आप पर है कि किसकी बात मानें. लेकिन मौजूदा स्थिति को देख कर कहीं से ऐसा प्रतीत नहीं हो रहा है कि जीडीपी में बढ़ोतरी होगी.