मोदी सरकार के नोटबंदी के फैसले ने कई कम्पनियों की किस्मत खोल दी है। नोटबंदी की परेशानी झेल रही जनता के लिए पेटीएम एक बड़ा सहारा बनकर उभरा है। पिछले 15 दिनों में कैशलेस ट्रांजैक्शन के लिए पेटीएम ने 5-6 गुना नए ग्राहक जोड़े हैं। साथ ही अपनी सर्विसेज को भी अपग्रेड किया है। नए ग्राहकों को जोड़ने की योजनाओं पर कंपनी के सीईओ विजय शेखर शर्मा ने एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि आने वाले समय में डिजिटल ट्रांजैक्शन की मांग बढ़ेगी जिसको देखते हुए पेटीएम ऐप अब कुल 10 भाषाओं में लॉन्च किया जा चुका है। जरूरी पेमेंट फीचर्स अब स्थानीय भाषाओं में भी आ गए हैं।
विजय शेखर शर्मा ने बताया कि नोटबंदी के बाद से पेटीएम के नए ग्राहकों की संख्या 500 फीसदी बढ़ी है। ऐप के रोजाना औसत ट्रांजैक्शन में भी 140 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। कंपनी को साल के अंत तक 200 करोड़ रुपये के ट्रांजैक्शन की उम्मीद है।
विजय शेखर शर्मा के मुताबिक जल्द ही पेटीएम बैंक का एलान किया जाएगा। जिसमें सभी डेबिट और क्रेडिट कार्ड स्वीकार किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि नोटबंदी के बाद मार्केटिंग पर 3 गुना ज्यादा खर्च किया गया है। पेटीएम का सालाना मार्केटिंग बजट 500 करोड़ रुपये के आसपास है। विजय शेखर शर्मा ने ये भी बताया कि अगले 3 साल तक कंपनी का शेयर बाजार में लिस्टिंग होने का कोई प्लान नहीं है।