नोटबंदी से बंगाल में 81.50 लाख लोग हुए बेरोज़गार और 550 करोड़ का हुआ नुकसान: ममता बनर्जी

प्रधानमंत्री मोदी पर ताज़ा हमला करते हुए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा की उनके राज्य में नोटबंदी के कारण ५५० करोड़ का राजस्व नुक्सान हुआ है और साथ ही ८१.५० लाख लोगो को अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा है| बनर्जी ने कोलकता में बुलाई एक प्रशासनिक बैठक के बाद पत्रकारों को संबोधित करते हुए यह आंकड़े पेश किए|

” पिछले दो महीनो में, नोटबंदी की घोषणा के बाद से हमारे राज्य को ५५० करोड़ रुपए के राजस्व का नुक्सान हुआ है| बंगाल में जहाँ १.७ करोड़ से भी ज्यादा लोग नोटबंदी की मार झेल रहे है वंही ८१.५० लाख लोग इस फैसले की वजह से बेरोज़गार हो गए है|” उन्होंने ने बताया की यह आंकड़े राज्य सरकार के द्वारा कराए गए सर्वेक्षण में निकल कर सामने आए है, जिसमे यह बात भी पता चली है की सबसे ज्यादा नौकरियां चाय, जूट, बीड़ी और ज्वेलरी के क्षेत्र में गई है|

मुख्यमंत्री ने आगे कहा की नोटबंदी ने खेती के क्षेत्र में सबसे ज्यादा नुक्सान पहुँचाया है जहाँ किसान पैसे की कमी के चलते रबी की फसल भी पैदा नहीं कर पाया| ” इस के कारण दामो में बढ़ोतरी आएगी| केंद्र सरकार तब नकदिहिन (कैशलेस) अर्थव्यवस्था को लाने की कोशिश कर रही है जब लोगो के पास नकदी ही नहीं है|”

ममता बनर्जी ने सभी राजनीतिक दलों से ‘आपसी मतभेदों’ से ऊपर उठकर राष्ट्र के हित में एक राष्ट्रीय सरकार बनाने का आग्रह किया|. “मैं सभी राजनीतिक दलों से अनुरोध करती हूँ की वह न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत अगले आम चुनावों तक एक राष्ट्रीय सरकार बनाए| साथ ही मैं भारत के राष्ट्रपति से भी अपील करती हूँ की वह राष्ट्र को इस संकट से बचाए|”

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा की “उन्हें कोई आपति नहीं है अगर राष्ट्रीय सरकार का प्रतिनिधित्व भाजपा के किसी वरिष्ठ नेता द्वारा करा जाए सिवाय नरेंद्र मोदी के| ऐसा लगता है की देश में कोई सरकार ही नहीं है, लोकतान्त्रिक अधिकारों को तो जैसे कुचल दिया गया हो | शासन के नाम पर आतंक का राज देश में चलाया जा रहा है|” ममता बनर्जी ने अपने वक्तव्य में कहा|